नई दिल्ली, अगर किसी व्यक्ति की अचानक मौत हो जाती है, तो वो अपने पीछे काफी संपत्ति चीजें छोड़ जाता है, जिस पर मरने वाले व्यक्ति के परिवार का अधिकार हो जाता है। लेकिन मरने के बाद आपका डिजिटल डेटा, जैसे सोशल मीडिया की फोटो, वीडियो और डॉक्यूमेंट बेकार हो जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दरअसल मौजूदा वक्त में डिजिटल डेटा की अहमियत काफी बढ़ गयी है। ऐसे में Apple ने नया डिजिटल लिगेसी प्रोग्राम (Digital legacy Programme) लॉन्च है। इसका मकसद मौत के बाद व्यक्ति के ऑनलाइन डेटा को बेकार होने से बचाना है।
कैसे काम करेगा Apple Digital Legacy Programme
Apple Digital Legacy Programme एक तरह की पावर ऑफ अटॉर्नी होती है। जिससे व्यक्ति तय कर सकेगा कि उसकी मौत के बाद उसकी डिजिटल संपत्ति (जैसे फोटो, वीडियो और डॉक्यूमेंट) को किन लोगों को ट्रांसफर की जाए। Apple के इस प्रोग्राम में व्यक्ति को अपनी मौत से पहले किन्हीं 5 लोगों के नाम को सजेस्ट करना होगा। यह 5 लोग कोई भी हो सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि कोई आपका रिश्तेदार या फिर परिवार से हो। Apple आपके सजेस्ट किये गये 5 लोगों को iCloud का डिजिटल डेटा हैंडओवर करेगा। हालांकि इन लोगों को व्यक्ति के मृत्यु का प्रमाण पत्र देना होगा।
कौन लोग कर सकेंगे Apple के इस प्रोग्राम का इस्तेमाल
Apple का Digital Legacy programme लेटेस्ट iOS 15.2 यूजर्स के लिए उपलब्ध रहेगा। यह iPhones, iPads और Mac यूजर के लिए एक लीगल कॉन्ट्रैक्ट होगा। व्यक्ति की मौत के बाद इन 5 लोगों में से किसी एक को व्यक्ति की मृत्यु प्रमाण पत्र देना होगा। इसके बाद डेटा का ऑटोमेटिक एक्सेस मिल जाएगा। साथ ही इस डेटा को बाकी डिवाइस पर लॉक कर दिया जाएगा। Apple के मुताबिक यूजर्स डिजिटल लिगेसी कॉन्टैक्ट को समय-समय पर अपडेट भी कर सकेगा। Google और Facebook की तरफ से पहले से ही ऐसा प्रोग्राम चलाया जा रहा है। साथ ही Twitter भी इस दिशा में काम कर रहा है।