New Delhi: कहते है कि जानवर बेजुबां होते है लेकिन बेजुबां होकर भी इंसानों की बातों को समझ लेते है। जानवरों में अगर कुत्तों की बात करें तो उनकी वाफादारी मालिकों के प्रति सच्ची होती है। आइए आपको बताते है एक ऐसे ही कुत्ते की कहानी जिसे सुनने के बाद आपके आखों से आंसू आ जाएंगे।मनचले ने भरी बाजार में किया युवती पर हमला, तलवार से काटा हाथ और फिर…
टॉमी नाम के इस कुत्ते की कहानी किसी फिल्मों की कहानी की तरह लगती है। जो अपने मालिक के कब्र के पास करीबन दो सप्ताह तक इस उम्मीद में बैठा रहा कि वो एक दिन उसके पास जरूर आएगा।
बता दें कि टॉमी बिना भोजन और पानी के कई दिनों तक अपने मालिक के कब्र के पास बैठा रहा। बताया जाता है कि टॉमी मालिक के मौत के बाद वो उन्हें पागलों की तरह ढूढ़ता रहा जब उसे पता चला कि मालिक इस जगह पर दफनाया गया है तो वो वहां बैठ गया।
चेन्नई निवासी 18 साल के भास्कर श्री ने इस कुत्ते को सड़क से उठाकर अपने घर लाया था। दोनों की दोस्ती इस कदर थी एक पल भी एक दूसरे के बगैर नहीं रह पाते थे। एक कंस्ट्रक्शन वर्कर ने बताया कि टॉपी हमेशा भास्कर के आसापास ही रहता था वहीं भास्कर के अचानक मौत के बाद वो बूरी तरह से टूट गया। उनका कहना था कि करीबन दो सप्ताह से ज्यादा दिन हो गए थे वो वहीं बैठा रहता। पड़ोसीयों नें बताया कि उसकी ये हालत देखकर काफी बुरा लगता था। उन्होंने बताया कि वो वहां रोता रहता साथ ही ना खाने की वजह से उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी।
ब्लू क्रॉस इंडिया की एक टीम ने टॉमी के इस कहानी के बारे में चला तो उन्होंने भास्कर की मां से मिलने इच्छा जाहिर की। जब वो भास्कर की मां से मिले तो उन्होंने देखा उसकी मां अपने बेटे के गम में थी उन्होंने टॉमी के बारे में बताया तो वो हैरान रह गई। उन्होंने बताया कि जब उनका बेटे की मौत हुई तो टॉमी घर से भाग गया था।
हर जगह ढूढ़ने के बाद भी कही नहीं मिला। वहीं सुदंरी इस खबर के बाद टॉमी को देखते हुए कहा कि मेरे बेटे की मौत ने मुझे गहरा सदमा दिया है लेकिन टॉमी को देखकर अब जिंदा रहने की इच्छा जगी है। मैं जिंदा हूं तो सिर्फ टॉमी के लिए।