New Delhi: केरल 4 सितंबर को ओणम का त्योहार मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। शुक्रवार को लोगों ने अथम दिवस मनाया जो फसलों का त्योहार कहे जाने वाले ओणम के आने का संकेत देता है। अथम दिवस थिरू ओणम से 10 दिन पहले मनाया जाता है।तीन तलाक को लेकर SC के फैसले का सीएम योगी ने किया स्वागत, और कहा…
परंपरागत रूप से ओणम का त्योहार अथम दिवस के दिन शुरू होता है और इससे जुड़ा समारोह त्रिपुनिथुरा में मनाया जाता है। इस उत्सव को त्रिपुनिथुरा अथछामयम कहते हैं।राज्य पर्यटन और देवासम मंत्री कदकम्पल्ली सुरेंद्रन ने एक कार्यक्रम का उद्घघाटन किया जिसमें 60 से ज्यादा झांकियों को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में 1000 से ज्यादा कलाकारों ने अपनी कला का जलवा बिखेरा।
ओणम मलयालम कैलेंडर के अनुसार साल के पहले महीने ‘चिंगम’ में पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि ओणम की शुरूआत राज्य के राजा महाबली के स्वर्ण काल के दौरान हुई थी। वह साल में एक बार राज्य का भ्रमण करते थे और ओणम त्योहार भी उनके आने के उत्सव के रूप में मनाया जाने लगा।
मलयालम और तमिल फिल्मों के कलाकार रविंद्रन अथम दिवस के दिन आर्कषण का प्रमुख केंद्र होते हैं क्योंकि उनका घर वहीं पर मौजूद है, जहां यह उत्सव मानाया जाता है। रविंद्रन ने कहा, “मै चाहे कहीं भी रहूं, अब यह तय हो चुका है कि इस दिन त्योहार मनाने के लिए मुझे यहां होना ही है। यह मेरे लिए एक शानदार अनुभव होता है।