पटना: बीजेपी ने बिहार में बाढ़ को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से 27 अगस्त की की रैली को स्थगित करने की मांग की गई जिसे आरजेडी प्रमुख ने खारिज कर दिया. लालू प्रसाद ने खारिज करते कहा कि वे यह पाठ पढ़ाने के बजाए बांध टूटने और बाढ़ पीडितों के लिए राहत और बचाव कार्य में सरकार की विफलता पर सवाल खड़ा किया.अभी-अभी: जेल में बंद शशिकला को लगा एक और झटका, SC ने रिव्यू किया…
उल्लेखनीय है कि बिहार में इन दिनों बाढ़ के साथ लालू की रैली को लेकर मुद्दा गर्माया हुआ है.अब बाढ़ पर राजनीति शुरू हो गई है. आरोप -प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं. बिहार विधानसभा परिसर में सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद अपनी रैली को स्थगित कर बाढ़ पीडितों की सेवा करें. रैली आयोजित कर बाढ़ पीड़ितों पर नमक न छिड़कें. रैली पर करोडों रुपये खर्च करने के बजाए लालू जी वह राशि बाढ़ पीडितों को दे दें.
बता दें कि सुशील मोदी ने लालू प्रसाद की इस रैली को ‘संपत्ति बचाओ ’ रैली बताया और कहा कि एक हजार करोड़ की संपत्ति इकट्ठा करने वाले ऐसा करके वे कर्पूरी ठाकुर की आत्मा का अपमान कर रहे हैं. मोदी ने बाढ़ राहत के लिए विधायकों से एक माह का और मंत्रियों से तीन माह का वेतन आपदा राहत में देने की जानकारी देकर आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों से भी अपील की.
बता दें कि सुशील की इस अपील को खारिज कर लालू ने कहा कि वे हमें पाठ नहीं पढाएं. इस रैली को स्थगित करने से क्या बाढ़ खत्म हो जाएगी. उन्होंने 26 अगस्त के प्रधानमंत्री के दौरे को आरजेडी की अगले दिन की रैली को विफल करने के लिए रखा गया है. प्रधानमंत्री के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण को ‘हवा खोरी’ बताया.