‘बरेली की बर्फी’ का टिकट खिड़की पर पहला वीकेंड शानदार रहा है। फिल्म ने उम्मीद से बेहतर कमाई की है। पहले दिन इसकी कमाई 2.42 करोड़ रुपए रही थी। शनिवार को इसे 3.85 करोड़ रुपए मिले। संडे को सबसे ज्यादा पांच करोड़ की कमाई हुई। कुल कमाई तीन दिन की 11.30 करोड़ हो गई है।डोकलाम विवाद: खुन्नस पर उतरा चीन, नेपाल को लालच देकर भारत के खिलाफ…
इसके मुकाबले ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ ने अपने दूसरे वीकेंड पर कहीं ज्यादा कमाई की है। बीते तीन दिनों में अक्षय की इस फिल्म को 19 करोड़ रुपए मिले।
‘बरेली की बर्फी’ एेसे वक्त पर आई है जब टिकट खिड़की पर ‘टाॅयलेट’ है। इसका नुकसान ‘बर्फी’ को उठाना ही पड़ेगा। यह भी तय है कि अक्षय कुमार की फिल्म अपने दूसरे हफ्ते में इस नई फिल्म से ज्यादा कमाएगी।
जाहिर है एक जैसे माहौल वाली दोनों फिल्मों में से लोग वो देखना पसंद कर रहे हैं, जिसकी तारीफ पहले ही हो चुकी है। ‘बरेली की बर्फी’ के पहले दिन में मात्र 15 फीसद सीटें ही भर पाईं। अच्छी समीक्षाओं से ‘बर्फी’ की मिठास थोड़ी बढ़ सकती है और शनिवार-रविवार की कमाई सुधर सकती है।
वैसे अच्छा है कि इन दिनों छोटे शहरों की कहानियों को खूब पसंद किया जा रहा है। एेसे में कृति सनोन की इस फिल्म के लिए अच्छा माहौल बन सकता है।
इस फिल्म में की कहानी भी बड़ी मीठी है। ये कहानी चिराग दुबे ( आयुष्मान खुराना), बिट्टी मिश्रा ( कृति सनोन) और प्रीतम विद्रोही ( राजकुमार राव ) के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में छोटे शहरों के छोटे-छोटे सपने, रहन-सहन और तौर-तरीकों को बारीकी से फोकस करने का दावा किया गया है।
‘निल बटे सन्नाटा’ जैसी फिल्म को डायरेक्ट करने वाली अश्विनी अय्यर तिवारी ने ‘बरेली की बर्फी’ का निर्देशन किया है। उन्होंने दादागिरी से छोटे शहर के माहौल को फिल्माया है। उनकी पकड़ हर छोटी-बड़ी चीज पर थी, इस वजह से फिल्म नकली नहीं लगती है। बड़ा बजट नहीं है इसका, इसलिए कमाई की गुंजाइश बनी रहेगी।