धनबाद के भूली सी ब्लॉक के रहने वाले युवक का शव लेकर परिजन सुबह घर पहुंचे। शव के पहुंचते ही मां, बहन और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इकलौते बेटे और भाई की मौत पर मां और बहनें सदमे में थीं।अभी-अभी: यूपी के CM योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य ने दिया इस्तीफा
मां बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। तीनों बहनें, भाई के शव से लिपटकर दोहरा रही थीं – कोई मेरे भाई को उठा दो, उसे राखी बांधना है। बताते चलें कि पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर युवक ने गुरुवार को रांची में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
शव के पहुंचने पर रोती-बिलखती बहनों ने कहा- ‘शिव (सोनू) उठो, तुम्हारे लिए राखी लाए हैं, इससे तुम्हारी कलाई सजानी है। हमारा भाई रक्षा बंधन के पहले घर आया, लेकिन इस हालत में।’ परिजनों ने उन्हें समझाया, तो बहनों ने फर्ज निभाया – भाई के लिए जो राखियां खरीद कर लाई थीं, उन्हें उसके शव पर रख दिया।
शिव का शव लेकर उसके पिता और अन्य परिजन दाह-संस्कार के लिए बनारस रवाना हो गए। शिव ने गुरुवार को रांची में आत्महत्या कर ली थी।
सुसाइड नोट में उसने पुलिस के दो अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आराेप लगाया था। पीएम और सीएम को भी उसने नोट भेजा था। शिव सरोज कुमार (27) ने गुरुवार को सेवा सदन अस्पताल के सामने पेड़ पर अपनी ही लुंगी और गमछी से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी।
वह 29 जुलाई को एयर एशिया की फ्लाइट से रांची आया था और चुटिया के होटल रेडिएंट के कमरा नंबर 201 में ठहरा था। सुसाइड से पहले उसने दो अगस्त शाम 7.47 बजे कई लोगों को मेल से सुसाइड नोट भेज कर आत्महत्या के लिए चुटिया थानेदार और सिटी डीएसपी को जिम्मेवार ठहराया था।
मेल से भेजे सुसाइड नोट में शिव ने लिखा है- शनिवार रात सवा दस बजे मैं होटल से खाना खाने निकला, तो एक कार वाले ने पता पूछने के बहाने उसे कुछ सूंघा दिया।
जब होश आया, तो पाया कि वह कार की डिक्की में हूं। 100 नंबर पर और अपने बहनोई को डायल किया, तो कार ड्राइवर ने फोन छीन लिया। इसके बाद मैं बड़ा तालाब में पड़ा मिला।
पुलिस ने मुझे मेडिका में भर्ती कराया। होश आने पर पुलिस को पूरी कहानी बताई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मुझसे और पिताजी से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान दोनों से गाली गलौज कर जेल भेजने की धमकी दी। इससे मैं काफी तनाव में रहने लगा। अब मैं सुसाइड करने जा रहा हूं।