इलाहाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर स्थित एक स्कूल के प्रबंधक हैं। इस स्कूल मे पढ़ाने वाले एक टीचर को महीनों से तनख्वाह नहीं मिल रही है। परेशान टीचर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी किया है और पूछा है कि आखिर टीचर को उसकी तनख्वाह क्यों नहीं दी जा रही है?अभी-अभी: यूपी विधानसभा के विपक्ष नेता की कुर्सी के पास हुआ खतरनाक विस्फोट
बता दें कि गोरखपुर स्थित महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रबंधक सीएम योगी आदित्यनाथ हैं। इस स्कूल में राजाराम यादव बतौर शिक्षक अध्यापन का कार्य करते हैं। इन्हे तनख्वाह नहीं मिली तो यह स्कूल प्रबंधन व प्रधानाचार्य को कोर्ट घसीट ले गये। मामले की सुनवाई जस्टिस पीकेएस बघेल ने शुरू की तो कोर्ट को बताया गया कि असिस्टेंट टीचर राजाराम को एक आपराधिक मामले में ढाई महीने तक जेल में रहना पड़ा।
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जेल से बाहर आने के बाद राजाराम ने अवकाश प्रार्थना पत्र दिया। जिसे कॉलेज के प्रिंसिपल ने स्वीकार कर लिया। लेकिन उनकी सैलरी लटका दी गई। तनख्वाह न मिलने से राजाराम आर्थिक परिस्थिति से जूझ रहे हैं। न्यायालय ने दलीलों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ जो बतौर कॉलेज प्रबंधक हैं और प्रधानाचार्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सीएम योगी को भी नोटिस बतौर कॉलेज प्रबंधक ही भेजी गई है।