यूपी विधानसभा में घातक विस्फोटक मिलने से हड़कंप मच गया है. बीते बुधवार जांच के दौरान मिले पदार्थ की पहचान शुक्रवार को फॉरेंसिक जांच के बाद PETN नामक विस्फोटक के रूप में की गई है,इस मामले से विपक्ष को हमले का एक नया अवसर मिल गया है.अभी-अभी: जवानों की शहादत पर बोला परिवार, ये बड़ी बात सुनकर सरकार भी रह गई दंग…
इस घटना के बाद यूपी के सीएम योगी ने कहा कि सुरक्षा सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है. उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को बजट सत्र के दौरान विधायकों के अलावा कोई नहीं आ सकता है. लेकिन नेता विपक्ष की सीट के पास विस्फोटक मिलना चिंता का विषय है.
सीएम योगी ने सभी विधायकों से अपील की, कि कोई भी विधायक विधानसभा में फोन लेकर ना आए, अगर कोई फोन लेकर आता है तो उसे साइलेंट मोड पर रखे. अगर कोई विधायक भाषण देना चाहता है तो अपने साथ नोटबुक लेकर आए.
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योगी ने कहा कि फॉरेंसिक जांच के बाद पता चला कि ये एक विस्फोटक है, पूरे विधानसभा को उड़ाने के लिए मात्र 500 ग्राम विस्फोटक की आवश्यकता है. यहां विस्फोटक मिलना चिंता की बात है. योगी ने कहा कि विधानसभा में 150 ग्राम विस्फोटक एक पुड़िया में मिला है.
उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए किसी एक व्यक्ति विशेष के लिए सुरक्षा में कोई छूट नहीं दे सकते हैं. इस विस्फोटक का सामान्य रूप से पता नहीं लग सकता है. डॉग स्कवॉयड भी इसे सूंघने में सफल नहीं हो पा रहा था, ये एक साजिश है. मैं चाहता हूं कि जो भी यहां पर कर्मचारी काम करते हैं, उनका पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए.
योगी ने कहा कि अगर हम एयरपोर्ट में भी जाते हैं तो जांच करवानी पड़ती है. इसलिए सदन में भी आने पर हर किसी की सुरक्षा होनी चाहिए, इस सुरक्षा में सेंध लगाने वाले कौन हैं इसकी जांच होनी चाहिए. जो भी इसके पीछे हैं उनकी जांच होनी चाहिए.
हमारी विधानसभा के पास कोई भी सुरक्षा की तैयारी नहीं है, ये काफी गंभीर मुद्दा है कि देश की सबसे बड़ी विधानसभा होने के बावजूद भी ऐसी सुरक्षा नहीं है. हमारे पास आतंकी हमले के लिए भी कोई रिस्पांस टीम नहीं है.
विधानसभा में बिना पास के वाहनों की एंट्री बंद होनी चाहिए, विधानसभा में QRT टीम होनी चाहिए. योगी ने कहा कि सभी बैग और मोबाइल रखने के लिए विधानसभा के बाहर व्यवस्था होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि तीन लेयर सुरक्षा होने के बावजूद इस तरह की घटना होना दिखाता है कि कुछ लोग जानबूझ कर शरारत कर रहे हैं.
सीएम योगी की अपील के बाद यूपी विधानसभा स्पीकर ह्रदयनारायण दीक्षित ने कहा कि विधानसभा के सभी गेटों पर बॉडी स्कैनर लगाए जाएंगे, इसके अलावा सभी पुरानी गाड़ियों के पास भी रद्द किए जाएंगे. हम सभी इस मुद्दे को एनआईए को सौंपने की अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा में QRT टीम को तैनात किया जाएगा.
बीते बुधवार को चेकिंग के दौरान डॉग स्कवॉयड को विस्फोटक मिला था. जिसके बाद जांच के लिए इसे फॉरेंसिक टेस्ट के लिए भेजा गया था. अब इसकी पुष्टि हो गई है कि ये PETN विस्फोटक है. इसे विधानसभा की सुरक्षा में एक बड़ी चूक बताया जा रहा है. अभी इस मामले की जांच एटीएस को दी गई है.
बताया जा रहा है कि यह विस्फोटक नेता प्रतिपक्ष की सीट से लगभग 50-60 मीटर की दूरी पर मिला था. PETN विस्फोटक काफी खतरनाक विस्फोटकों में से एक है, ये विस्फोटक रंगहीन, गंधहीन होता है. इसे मेटल डिटेक्टर के जरिए भी ढूंढ पाना काफी मुश्किल है, लेकिन डॉग स्कवॉयड ने इसे ढूंढ निकाला.
आपको बता दें कि PETN नाम का यह पाउडर हाई इंटेंसिटी एक्सप्लोसिव है जो 12 जुलाई की शाम जो विधानसभा के भीतर मिला था. यह विस्फोटक 50 से 60 ग्राम की मात्रा में मिला था. संदिग्ध पाउडर के मिलते इसकी सूचना सबसे पहले सीएम को दी गई लेकिन कोई हंगामा ना हो जाये इसलिए सदन के खत्म होने का इंतजार किया गया.
बता दें की, विधानसभा सुरक्षा के मुताबिक विधानसभा खत्म होने के बाद देर रात को बम निरोधक दस्ते समेत कई जांच टीमों ने पूरे विधानसभा को खंगाला था.
जब विधानसभा के तमाम अधिकारी और कर्मचारी घर चले गए तब इस विस्फोटक पाउडर को गुपचुप तरीके से फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया.