वाराणसी. काशी में सीएम योगी की जनसभा में शामिल एनआरआई रोहित सिंह और उनकी पत्नी रितिका सुर्खियों में रहीं। dainikbhaskar.com से खास बातचीत में रोहित ने बताया, ”गांव में एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट और स्किल डेवलपमेंट के लिए मैंने 7 करोड़ 44 लाख और रितिका ने 4 करोड़ 96 लाख रुपए पैकेज छोड़ दिया। अब गांव में बच्चों के लिए एजुकेशन को बढ़ाना ही उद्देश्य है।”
कैंसर से लड़ते हुए पिता ने तोड़ा दम
– जून में अपना दल (एस) ज्वाइन कर चुके सॉफ्टवेयर इंजीनियर रोहित ने बताया, ”गांव से एजुकेशन के बाद 2003 में पुणे के भारतीय विद्यापीठ से इंजीनियरिंग की। 2006 में अमेरिका में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से एमएस किया।”
– ”2008 से 2013 तक अमेरिका में कई आईटी, इंफॉर्मेशन सेक्टर की कंपनियों में काम किया।”
– ”2014 में एक लाख 20 हजार डॉलर के पैकेज पर जेपी मॉर्गन बैंक का वाइस प्रेसीडेंट बना। अक्टूबर 2016 तक यहां जॉब की।”
– ”दिसंबर 2016 में पिता यशपाल की तबीयत खराब हुई, उनकी देखभाल के लिए मैं इंडिया चला आया। दिसंबर में ही उनकी कैंसर से मौत हो गई।”
– ”पिताजी सोशल वर्कर थे। वह किसान इंटर कॉलेज चलाते थे। उनके निधन के बाद यहां रहकर किसान इंटर कॉलेज चला रहा हूं। स्कूल में चार हजार बच्चों को एजुकेशन दी जा रही है। जल्द ही गांव के बच्चों के लिए सीबीएससी बोर्ड का स्कूल खोला जाएगा।”
अनुप्रिया पटेल से हुईं इम्प्रेस
– जमशेदपुर की रहने वाली रोहित की पत्नी रितिका ने बताया, ”2014 में यूके से एमबीए कर आईटी कंपनी में 80 हजार डॉलर के पैकेज पर जॉब कर रही थी। पति के साथ वापस इंडिया आ गई।”
– यहां अपना दल (एस) की राष्ट्रीय महासचिव और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को देखकर हम लोग इम्प्रेस हुए। उन्होंने पॉलिटिक्स में कदम रखकर समाज सेवा का बीड़ा उठाया। हमें योगी और मोदी के ग्रामीण विजन को आगे बढ़ाना है।
– रितिका ने कहा, ”सक्सेज का सबसे आसान रास्ता एजुकेशन होता है। विदेशों में पढ़कर और नौकरी का अच्छा एक्सपीरियंस हम ग्रामीणों को शेयर कर रहे हैं।”