महाराष्ट्र की प्राथमिक कक्षाओं में हिंदी की अनिवार्यता समाप्त करने के निर्णय पर शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की संयुक्त विजय रैली शनिवार को मुंबई के वरली स्थित नेशनल स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के डोम में आयोजित की गई है। इस रैली में दोनों दलों के नेता उद्धव और राज ठाकरे करीब 18 साल बाद एक साथ एक मंच पर दिखाई देंगे।
महाराष्ट्र की प्राथमिक कक्षाओं में हिंदी की अनिवार्यता समाप्त करने के निर्णय पर शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की संयुक्त विजय रैली शनिवार को मुंबई के वरली स्थित नेशनल स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के डोम में आयोजित की गई है।
एक साथ मंच पर दिखाई दें दोनों भाई
इस रैली में दोनों दलों के नेता उद्धव और राज ठाकरे करीब 18 साल बाद एक साथ एक मंच पर दिखाई देंगे।
हालांकि दोनों दल इस रैली को किसी राजनीतिक रंग से दूर प्रचारित करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन साफ माना जा रहा है कि मराठी विजय के नाम पर हो रही इस रैली का उद्देश्य कुछ ही महीनों बाद होने वाले मुंबई महानगरपालिका सहित अन्य स्थानीय निकाय चुनावों में मराठीभाषियों को एकजुट करना है।
मारपीट को लेकर राजनीति तेज
मराठीभाषियों की एकजुटता को उभारने के लिए ही पिछले कुछ दिनों से शिवसेना (यूबीटी) और मनसे के कार्यकर्ता गैरमराठीभाषियों के साथ मारपीट कर रहे हैं। हालांकि, उनकी इस हिंसा का भाजपा और कांग्रेस की ओर से विरोध भी हो रहा है।
मंत्री नीतेश राणे ने मनसे और शिवसेना (यूबीटी) पर जमकर बोला हमला
भाजपा मंत्री नीतेश राणे ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और मनसे के लोग सिर्फ गैरमराठी हिंदुओं के साथ मारपीट कर रहे हैं। उनमें हिम्मत है को भिंडी बाजार और नल बाजार जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में जाकर मराठी न बोलनेवाले मुस्लिमों के साथ मारपीट करके दिखाएं। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी भाषा के नाम पर हो रही हिंसा का विरोध किया है।
तीन अक्टूबर को मनाया जाएगा शास्त्रीय मराठी भाषा दिवस
वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने घोषणा की है कि पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने के फैसले के बाद तीन अक्टूबर को शास्त्रीय मराठी भाषा दिवस के रूप में मनाया जाएगा। साथ ही, 3 से 9 अक्टूबर को हर साल शास्त्रीय मराठी भाषा सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।