महाराष्ट्र में कांग्रेस ने राज्य सरकार पर कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि सरकारी बैठक में नेताओं को चांदी की थालियों में ₹5000 की दावत परोसी जा रही है, वहीं किसानों की कर्जमाफी के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है। विपक्ष का कहना है कि किसान कर्जमाफी और योजनाओं के लिए तरस रहे हैं, लेकिन सरकार फिजूलखर्ची में जुटी है।
महाराष्ट्र में महायुति सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने एक बार फिर तीखा हमला बोला है। इस बार आरोपों का कारण बना है मुंबई में आयोजित हुई एक अहम सरकारी बैठक, जहां पर समिति के सदस्यों को थाली में खाना परोसा गया। दरअसल, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकारी बैठक में नेताओं को चांदी की थाली में खाना परोसा गया। साथ ही इसे सरकारी फिजूलखर्ची भी बताया है और कहा कि जब राज्य की माली हालत खराब है, किसान कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं, तब ऐसी दिखावटी शानो-शौकत क्या दिखाने की जरूरत थी।
महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि मुंबई में आयोजित ‘एस्टिमेट कमेटी’ की बैठक में चांदी की थाली में 5,000 रुपये की थाली परोसी गई। यह तब है जब राज्य की अर्थव्यवस्था दीवालिया होने की कगार पर है। किसानों को कर्जमाफी नहीं दी जा रही, आदिवासी और सामाजिक कल्याण की योजनाओं में कटौती हो रही है, लेकिन नेताओं को रौब झाड़ने से सरकार बाज नहीं आ रही।
धुले गेस्ट हाउस में मिली थी नकदी
इस पूरे मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने आरोप लगाया कि धुले के सरकारी गेस्ट हाउस में जो भारी मात्रा में नकदी मिली थी, उसका संबंध इसी कार्यक्रम के खर्च से हो सकता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि गरीब किसानों के लिए 2,100 रुपये तक की सहायता नहीं है, लेकिन नेताओं की थाली पर 550 रुपये की चांदी की थाली और हजारों रुपये का खाना जरूर है।
महिला सुरक्षा पर भी उठे सवाल
कांग्रेस ने सिर्फ खर्च ही नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। वडेट्टीवार ने पुणे की घटना का जिक्र किया, जहां एक भाजपा पदाधिकारी पर महिला पुलिसकर्मी से छेड़छाड़ का आरोप लगा। उन्होंने कहा कि जब महिला पुलिसकर्मी ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम महिलाओं का क्या होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जवाब मांगा।
शक्तिपीठ एक्सप्रेस-वे का विरोध
विजय वडेट्टीवार ने महाराष्ट्र के शक्तिपीठ एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से किसानों की जमीनें छीनी जा रही हैं। अगर कैबिनेट में शामिल मंत्री वास्तव में इसके विरोध में हैं, तो उन्हें सत्ता छोड़नी चाहिए। सिर्फ विरोध की औपचारिकता निभाना दोहरा चरित्र है।
शिवसेना (यूबीटी) ने भी साधा निशाना
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने भी महायुति सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो भ्रष्टाचार हो रहा है, उसकी तुलना दुनिया के किसी भी घोटाले से नहीं की जा सकती। उन्होंने इसे ‘हाई-लेवल स्कैम’ बताया।