देश की दिग्गज कंपनी एयर इंडिया ने एयर न्यूजीलैंड के साथ कोड शेयर साझेदारी की है। 19 मार्च बुधवार को दोनों एयरलाइन्स ने कोडशेयर साझेदारी पर हस्ताक्षर कर दिया है।
इस कोडशेयर साझेदारी के बाद यात्रियों के लिए न्यूजीलैंड जाना अब और आसान हो जाएगा।
एयर इंडिया और एयर न्यूजीलैंड बहुत जल्द भारत, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 16 नए कोडशेयर की स्थापना कर सकती है।
क्या होता है कोडशेयर ?
कोडशेयर साझेदारी के बाद एयरलाइंस को अच्छा खासा मुनाफा मिल जाता है। क्योंकि इसके तहत दोनों एयरलाइन्स अपने यात्रियों को एक ही टिकट पर अपने पार्टनर एयरलाइन पर बुक करने की अनुमति देता है।
इससे पहले भी कई एयरलाइंस कंपनी के बीच कोडशेयर हो चुका है। हालांकि ये डायरेक्ट फ्लाइट नहीं होती है। जिसका मतलब है कि आपको भारत से किसी अन्य डेस्टिनेशन पर रोका जाएगा। जहां से आपको दूसरे कंपनी की फ्लाइट मुख्य डेस्टिनेशन तक पहुंचा देगी।
उदाहरण के लिए एयर इंडिया आपको भारत के एयरपोर्ट से किसी दूसरे देश में ड्रॉप करती है। जहां से आपको एयर न्यूजीलैंड, डेस्टिनेशन तक पहुंचा देता है।
2028 तक शुरू होगी डायरेक्ट फ्लाइट?
बुधवार को हुई साझेदारी के तहत दोनों ही एयरलाइन्स भारत और न्यूजीलैंड के बीच डायरेक्ट फ्लाइट तलाशने की कोशिश करेंगे। हालांकि ये एयरपोर्ट, फ्लाइट और सरकार की सहमति पर निर्भर करता है।वर्तमान में दोनों ही देशों के बीच कोई भी डायरेक्ट फ्लाइट मौजूद नहीं है।
कोडशेयर में कहां-कहां रुकेगी फ्लाइट ?
पहले आप भारत में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे शहरों से एयर इंडिया लेंगे। इसके बाद एयर इंडिया आपको सिडनी, Melbourne या सिंगापुर में ड्रॉप करेगी। फिर यहां से आपको एयर न्यूजीलैंड द्वारा Auckland, Christchurch, wellington and queenstown पहुंचाया जाएगा।
एयर न्यूजीलैंड के सीईओ ग्रेग फोरन ने कहा कि हमने बढ़ते पर्यटन और ट्रेवलिंग को बढ़ावा देने के लिए साथ मिलकर कोडशेयर साझेदारी की है। हमें आशा है कि साल 2028 तक भारत और न्यूजीलैंड के बीच डायरेक्ट फ्लाइट लाएंगे।
एयर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि हम लगातार अपने एयरलाइन्स को ग्लोबली विस्तार कर रहे हैं। हम ग्लोबली विस्तार करने के लिए खुद के विमान के साथ-साथ अन्य एयरलाइन के साथ भी साझेदारी कर रहे हैं। हाल ही हमने एयर न्यूजीलैंड के साथ कोडशेयर समझौता किया है। ऐसा कर हम वैश्विक नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं।