केंद्रीय बजट से पहले लोकसभा में विपक्ष के नेताओं ने हंगामा किया। सपा सांसद अखिलेश यादव ने महाकुंभ में भगदड़ का मुद्दा उठाया। इसके बाद वित्त मंत्री के भाषण के वक्त विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया।
सपा सांसदों के हंगामे के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना बजट भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही है। पिछले 10 वर्षों के हमारे विकास ट्रैक रिकॉर्ड और संरचनात्मक सुधारों ने पूरे विश्व का ध्यान खींचा है। इस अवधि में भारत की क्षमता और संभावनाओं पर विश्वास और बढ़ा है।
महाकुंभ में लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढ रहे
अखिलेश यादव ने कहा कि इस समय बजट से भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि महाकुंभ में लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री कई बार वहां जा चुके हैं, केंद्रीय गृह मंत्री वहां जा चुके हैं। आज उपराष्ट्रपति जा रहे हैं और प्रधानमंत्री भी वहां जाएंगे। एक ऐसे महाकुंभ में जहां कई लोगों की मृत्यु हो गई और सरकार मृतकों और लापता लोगों की संख्या बताने में विफल है।
उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं ने अपनी जान गंवाई है। सरकार को जागना चाहिए। मैंने पहले भी कहा था कि वहां सेना को बुलाया जाए। यह पहली बार हुआ है कि संतों ने शाही (अमृत) स्नान से इनकार किया है।