नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष पद की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई है, जिसमें विभिन्न दलों की ओर से उम्मीदवारों के नामों को लेकर लोगों ने कयास लगाने शुरू कर दिए हैं। इतना तय है कि मुकाबला कड़ा और रोचक रहेगा। नैनीताल में अध्यक्ष पद की सीट बीते चुनावों में वर्ष 1996, 2002 और 2012 में भी अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित थी। वर्ष 1996 के चुनाव में संजय कुमार संजू विजयी रहे थे। वर्ष 2002 में अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित सीट पर तब वर्तमान विधायक सरिता आर्या ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता था। वर्ष 2012 के चुनाव में उत्तराखंड क्रांति दल के श्यामनारायण विजयी हुए थे।
इन चुनावों में पूर्व में जीते और पराजित हुए अनेक प्रत्याशी ऐसे हैं जो इस बार के चुनाव में भी दावेदार हो सकते हैं। इसके अलावा पालिका सदस्य रहे लोग और अन्य लोग भी दावेदारी के मूड में हैं, जिससे विभिन्न दलों की ओर से और निर्दलीय रूप से भी दमदार उम्मीदवारों के ताल ठोकने से चुनाव का रोचक होना तय माना जा रहा है।
इस चुनाव में पूर्व पालिकाध्यक्ष रहे संजय कुमार संजू सहित वर्ष 2012 के अध्यक्ष पद के चुनाव में किस्मत आजमा चुके तथा पालिका सदस्य रहे सुभाष कुमार, दीपक कुमार भोलू सहित वाल्मीकि सभा के पूर्व अध्यक्ष मनोज कुमार, आप से देवेंद्र कुमार के अलावा सुरेश आदि नामों की चर्चा है। उधर भारतीय जनता पार्टी की ओर से विधायक सरिता आर्या के पुत्र मोहित आर्या की भी दावेदारी तय है।
भाजपा से अजय लाल ने विभिन्न पदाधिकारियों को पत्र भेजकर दावेदारी कर भी दी है। इंटर कॉलेज में अध्यापक और उद्घोषिका मीनाक्षी कीर्ति ने भाजपा से टिकट मिलने पर सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।
बहरहाल अभी सीट आरक्षित हुए मात्र एक दिन हुआ है, लेकिन तमाम सशक्त नामों की चर्चा ने माहौल गरमाना शुरू कर दिया है। तय है कि नैनीताल में कड़ाके की सर्दी के मौसम में संभावित चुनाव की खासी गर्मी पैदा होगी।