डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों में नाकाबंदी की योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। ताकि कोई सनसनीखेज वारदात होने पर तत्काल जिला, रेंज और जोन की सीमाओं को सील करके गहनता से चेकिंग की जा सके। इसमें हॉटस्पॉट्स और थाना क्षेत्रों के सीमावर्ती निकास व प्रवेश मार्गों को चिह्नित कर शामिल किया जाए। इनका निर्धारण इस तरह हो कि नाकाबंदी योजना लागू करने के बाद त्रिस्तरीय चेकिंग सिस्टम शुरू हो सके।
डीजीपी ने इस बाबत सभी पुलिस कमिश्नर, एडीजी जोन, आईजी रेंज और जिलों के पुलिस कप्तानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि योजना के तहत चिह्नित सभी जगहों व हॉटस्पॉट्स पर अल्प सूचना पर चेकिंग शुरू कराने के लिए सभी संसाधन पहले से ही लगा दिए जाएं। पुलिस बैरियर, पुलिस बूथ, सूचना बोर्ड आदि को ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत कवर करते हुए अधिकाधिक सीसीटीवी (नाइट विजन कैमरों सहित) भी लगाया जाए।
योजना में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों, थाना व चौकी प्रभारी, बीट की महिला कर्मी, यूपी 112 व अन्य बलों को शामिल किया जाए। ऐसे मार्गों को अवश्य चिह्नित किया जाएं जो सुनसान हैं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जिले में कौन-कौन से नए मार्ग बने हैं। योजना लागू करने से पहले यह ध्यान रखा जाए कि इससे कहीं भी यातायात बाधित न हो। इसका पर्यवेक्षण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाए। इस बारे में जिले के कंट्रोल रूम, सोशल मीडिया सेल तथा अभिसूचना तंत्र को भी ब्रीफ किया जाए, जिससे कोई अफवाह प्रसारित न होने पाए।