धन्वंतरि का आगमन हो और घर में सोना-चांदी, बर्तन नहीं आए ऐसा नहीं हो सकता। इस शुभ दिन पर बाजारों में जमकर धनवर्षा हुई। सुबह से देर रात तक जूलरी और बर्तनों के दुकानों पर लोगों का तांता लगा रहा। कोई सोना-चांदी खरीदने में मगन रहा तो कोई बर्तन की दुकान पर चमचाते पीतल, कांसा और स्टील का सामना खरीदता दिखा। एनसीआर में ढाई से 300 करोड़ रुपये का सोने-चांदी की खरीदारी हुई। चांदनी चौक स्थित सोना-चांदी का बाजार कूचा महाजनी और दरीबा में लोग खरीदारी करते दिखे। इस दिन सोना-चांदी के सिक्के और गिन्नी की जमकर खरीदारी हुई।
एक अनुमान के अनुसार धनतेरस के मौके पर तीन टन सोना बिका वहीं 30 टन चांदी की बिक्री हुई। आभूषण के अलावा बर्तन, रसोई का सामान, वाहन, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान, कंप्यूटर, मोबाइल, फर्नीचर, टीवी समेत अन्य सामान की भी विशेष खरीदारी हुई। मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू की भी खूब खरीदारी हुई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री व सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया की दिल्ली में धनतेरस के दिन चांदनी चौक, दरीबा कलां, मालीवाड़ा, सदर बाजार, कमला नगर, अशोक विहार, मॉडल टाउन, शालीमार बाग, पीतमपुरा, पश्चिम विहार, मॉडल टाउन, रोहिणी, राजौरी गार्डन, द्वारका, जनकपुरी, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, यूसुफ सराय, लाजपत नगर, कालकाजी, प्रीत विहार, शाहदरा एवं लक्ष्मी नगर सहित रिटेल बाजारों में विशेष रूप से खरीदारी हुई।
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि पिछले साल सोना का भाव 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो अब 80 हजार तक पहुंच गया है। चांदी का भाव पिछले वर्ष 70 हजार प्रतिकिलो था, जो अब एक लाख पहुंच गया है। लिहाजा वजन में बिक्री कम होने के बावजूद मुद्रा के रूप में बिक्री बढ़ी है। कूचा महाजनी के व्यापारी प्रेम प्रकाश ने बताया कि पुराने चांदी के सिक्के की भी जबरदस्त मांग ग्राहकों में रही।
हल्के वजन में सुंदर और आकर्षक जूलरी की रही धूम
सोने और चांदी का भाव आसमान छू रहा है। इसका असर व्यापार पर दिखा। धनतेरस के मौके पर ग्राहक क्षमता के हिसाब से खरीदारी करते दिखें। दरीबा कलां के व्यापारी तरुण ने बताया कि पिछले साल दीपावली पर सोने का भाव करीब 55-60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो अब बढ़कर 80 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर गया। भाव चढ़ने के कारण पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष 10 से 20 प्रतिशत बिक्री कम हो सकता है। हर साल की तरह इस बार भी बाजार में दिवाली धमाका दिखा। दरीबा कलां की किसी भी दुकान से 5 हजार रुपये की खरीदारी करने पर एक दिवाली ईनामी कूपन लोगों को दिया जा रहा है।
डिप्टीगंज में भी बिखरी चमक
धनतेरस के अवसर पर आभूषणों के अलावा बर्तनों को खरीदने की भी परंपरा है। सदर बाजार के डिप्टीगंज में बर्तनों का होलसेल और रिटेल कारोबार होता है। यहां कई दिनों से थोक और रिटेल का बंपर बाजार है। देर रात तक इस बाजार में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। दुकानदारों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। सदर बाजार के व्यापारी देवराज बावेजा ने बताया कि महिलाएं सस्ते और सुंदर बर्तनों की चाह में डिप्टी गंज पहुंच रही हैं। फैंसी लुक बर्तनों की भी भारी डिमांड है। डिजाइनर चम्मच 100 रुपये दर्जन तक बिका।
धनतेरस पर दिल्ली में 15 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान : सीटीआई
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया की धनतेरस पर दिल्ली में करीब 15 हजार करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। बाजारों में सोने-चांदी के आभूषण की जमकर खरीदारी हुई। हीरा खरीदने में भी लोग पीछे नहीं रहे। इसके अलावा कंपनियों के शो रूम में गाड़ियों की भी अच्छी खासी बिक्री हुई है। मोबाइल, गिफ्ट आइटम्स, सजावटी सामान, ड्राई फ्रूट्स, कपड़े, इलेक्ट्रोनिक्स, होम फर्नीशिंग के सामानों में भी अच्छी खासी खरीदारी लोगों ने किया।