बिकनी किलर के नाम से कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को दिल की बीमारी हो गई है. शोभराज अपनी बीमारी का इलाज करवाने के लिए छुट्टी चाहता है, वह चाहता है कि वह पेरिस जाकर अपना इलाज करवाए. 73 वर्षीय शोभराज अभी नेपाल की जेल में बंद है. बिकनी किलर को 2003 में काठमांडू में एक कसीनो से गिरफ्तार किया गया था. खबरों की मानें तो आने वाले शनिवार को शोभराज की ओपन हॉर्ट सर्जरी होगी.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, शोभराज ने कहा कि उसे पता नहीं है कि वह बचेगा या नहीं, उसे कई बार अदालत में जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. शोभराज के अनुसार, नेपाल में उसकी सर्जरी होना जोखिम भरा है इसलिए वह चाहता है कि उसकी सर्जरी फ्रांस में हो. आपको बता दें कि पिछले 5 सालों से शोभराज का इलाज गंगालाल हार्ट सेंटर में ही चल रहा है.
शोभराज ने कहा कि मैं 2016 के अंत तक काठमांडू की जेल से रिहा होने की उम्मीद कर रहा था और मुझे लगता था कि यहां के अधिकारी नहीं चाहेंगे कि नेपाल में रहते हुए कुछ हो.” शोभराज के अनुसार, “सुप्रीम कोर्ट में एक हालि या सुनवाई में एक स्थानीय नागरिक जो मेरे खिलाफ मुकदमे करता रहा है, उसने मुझे धमकी की वो मुझे नेपाल में मरते देखना चाहता है. इसलिए मैं फ्रांसीसी दूतावास को पत्र लिखा और उन्होंने मुझे बताया कि नेपाल सरकार ने आश्वासन दिया है कि मुझे जेल में पूरी सुरक्षा दी जाएगी.”
‘बिकनी किलर’ चार्ल्स शोभराज की 10 दिलचस्प बातें…
1- एशिया के सबसे कुख्यात सीरियल किलर के रूप में जाना गया चार्ल्स गुरुमुख शोभराज इस समय काठमांडो की सेंट्रल जेल में उम्रकैद काट रहा है. आठ साल पहले उसे एक अमेरिकी पर्यटक, कोनी जो ब्रोन.जिच की हत्या का दोषी पाया गया था. यह अकेली हत्या है, जिसके लिए उसे सजा दी गई.
2- उसकी जीवनी (द लाइफ ऐंड क्राइम्स ऑफ चार्ल्स शोभराज) लिखने वाले रिचर्ड नेविल और जूली क्लार्क के सामने वह कबूल कर चुका है कि उसने चार देशों में कम से कम 10 हत्या की हैं. 20 साल कैद की सजा पाए 72 वर्षीय शोभराज ने सात साल की सजा काट ली है.
3- एक बेहद ही रहस्यमयी शख्सियत चार्ल्स सोभराज का जन्म वियतनाम में हुआ था. वियतनामी मां और भारतीय पिता की संतान चार्ल्स का वास्तविक नाम हतचंद भाओनानी गुरुमुख चार्ल्स सोभराज है. 70 के दशक में विदेशी पर्यटकों को अपना शिकार बनाने वाला चार्ल्स चोरी और ठगी का बेताज बादशाह था.
4- बचपन में ही उसके पिता ने परिवार छोड़ दिया. उसके बाद उसकी मां ने दूसरे पुरुष से शादी कर लिया. उसने उपेक्षित रहकर अपना बचपन बिताया था. माता-पिता के उपेक्षित व्यवहार के कारण बचपन में ही चार्ल्स सोभराज ने जरायम की दुनिया में कदम रख दिया था.
5- एक पारसी युवती से लव मैरिज करने के बाद चार्ल्स शोभराज झूठे कागजात और पासपोर्ट बनवाकर 1970 में मुंबई पहुंचा. मुंबई में उसकी पत्नी चंतल ने एक बेटी को जन्म दिया. इधर उसकी आपराधिक गतिविधियां जारी थीं. उसने अब नशीली दवाओं तस्करी शुरू कर दी थी.
6- मुंबई के होटल अशोक में एक डकैती केस में उसे गिरफ्तार किया गया. लेकिन पत्नी की बीमारी का बहाना बनाकर वह रिहा हो गया. इसके बाद अफगानिस्तान चला गया. वहा आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के बाद वह ईरान चला गया. इस बीच उसकी पत्नी से संबंध खत्म हो गया.
7- ईरान के बाद थाइलैंड पहुंचा चार्ल्स, मैरी एंड्री नाम की एक लड़की के संपर्क में आया. दोनों में प्रेम हो गया. वह उसको सहयोग करती थी. यहीं से उसने लड़कियों को निशाना बनाना शुरू किया. माना जाता है कि 1972-1976 के बीच उसने 24 लोगों की हत्या की थी; और सीरियल किलर के नाम से कुख्यात हुआ.
8- 1976 में वह गिरफ्तार कर लिया गया. भारत सरकार ने उस पर इजरायली पर्यटक की हत्या के आरोप में सात साल की सजा सुनाई. उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया. लेकिन 1986 में चार्ल्स अपने साथियों के साथ तिहाड़ से भागने में कामयाब रहा. लेकिन एक महीने के भीतर ही उसे पकड़ लिया गया.
9- 1997 में सजा पूरी करने के बाद वह रिहा हुआ और उसके बाद फ्रांस चला गया. 2003 में नेपाल आने के बाद उसे 1975 में हुए दो हिप्पियों के हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा दी गई. इसी दौरान उसकी मुलाकात निहिता बिस्वास से हुई.
10- चार्ल्स सोभराज ने निहिता बिस्वास के साथ जेल में ही शादी कर ली. निहिता और उसके परिवार वाले उसके साथ उसके संबंध को अपनी रजामंदी दे चुके हैं. उसके जीवन पर अब तक चार किताबें लिखी गईं और तीन डॉक्यूमेंट्री भी बन चुकी हैं.