पुलिस ने कैंप आयोजकों को अपने स्वयंसेवक रखने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए हैं ताकि शरारती तत्वों पर नजर रखी जा सके। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाएगी।
दिल्ली में इस बार कांवड यात्रा को सेक्टरवाइज व्यवस्था बनाकर ड्रोन की मदद से सुरक्षित किया जाएगा। पुलिस ने कैंप आयोजकों को अपने स्वयंसेवक रखने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए हैं ताकि शरारती तत्वों पर नजर रखी जा सके। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाएगी।
22 जुलाई से सावन की शुरुआत हो जाएगी। सावन का महीना आते ही कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने विशेष तैयारियां की हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती होगी और सीसीटीवी तथा ड्रोन से कांवड़ यात्रा पर नजर रखी जाएगी।
यात्रियों के लिए अधिकांश कैंपों की व्यवस्था शाहदरा और उत्तर पूर्वी दिल्ली में की गई है। संवेदनशील इलाकों पर खास नजर रखी जाएगी। यहां मेटल डिटेक्टर की मदद चेकिंग होगी। आयुक्त ने संदिग्ध व्यक्ति व वस्तुओं की चेकिंग के आदेश दिए हैं। ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके।
जिलेवार व्यवस्थाओं का ब्योरा
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंंद्र चौधरी ने बताया कि कांवड़िए जब दिल्ली से गुजरेंगे तो पुलिसकर्मी तीन शिफ्ट सुबह आठ से चार बजे, चार से रात 12 बजे और 12 से सुबह आठ बजे में ड्यूटी करेंगे। शाहदरा जिले से जिन-जिन जगहों से कांवड़िया गुजरेंगे, उन जगहों को सेक्टर में बांटा गया है। सेक्टर एक -में जीटी रोड से अप्सरा बॉर्डर, शाहदरा फ्लाईओवर और लोनी रोड में रखा गया है। सेक्टर दो- लोनी रोड से केशव चौक और फर्श बाजार को रखा गया है। सेक्टर तीन – विवेक विहार के पूरे एरिया को रखा गया है।
हर सेक्टर को सब सेक्टर में डिवाइड किया गया है। हर महत्वपूर्ण इंटरसेक्टर पर एक पुलिसकर्मी व वॉलियंटर रखे गए हैं। हर जोन का प्रमुख एसीपी या थानाध्यक्ष होंगे। उपायुक्त सुेंरद्र चौधरी ने बताया कि स्थानीय पुलिस के सात एसीपी, 25 इंस्पेक्टर समेत 770 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। 11 ईवीआर, 68 पिकेट, चार फायर ब्रिगेड, तीन एंबुलेंस, हर सब-डिवीजन में चार-चार ड्रोन कैमरा, 180 सीसीटीवी कैमरे, रोड व इंटरसेक्शन पर 181 सीसीटीवी, मोर्चा व माचान 12 और कंट्रोल रूम अप्सरा बॉर्डर पर बनाया गया है।
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि उन्होंने कांवड यात्रा की बहुत पहले तैयारी शुरू कर दी थी। जिला पुलिस गाजियाबाद व मेरठ पुलिस के साथ बैठक कर प्लानिंग कर चुकी है। ये योजना तैयार कर लिया गया है कि कहां ट्रैफिक का डार्यवर्जन करने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है। फाइनल योजना तैयार करने के लिए बृहस्पतिवार को जिले के पुलिस अधिकािरयों की बैठक बुलाई गई।
उन्होंने बताया कि कांवड यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए 700 पुलिस कर्मियों के अलावा अर्धसैनिक बलों की दो कंपनियां मांगी गई हैं। महिला पुलिसकर्मियों की ज्यादा मांग की गई है। इसके अलावा जिले को डिवीजन में बांटकर ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि कांवड यात्रा पर ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। इस बार कांवडिए द्वारका एक्सप्रेसवे से गुजरेंगे। द्वारका एक्सप्रेस पर कांवड़ियों की यात्रा को सुरिक्षत बनाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। करीब 800 से ज्यादा पुलिसकर्मी कांवड़ यात्रा के लिए तैनात किए जाएंगे। जिले में जहां जहां से कांवड़िए गुजरेंगे, उन-उन जगहों को सेक्टर में बांटा जाएगा।
ड्रोन और कैमरे से रखी जाएगी नजर
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूरी दिल्ली में कांवड यात्रा के लिए 5000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। 700 से अधिक पुलिस के वाहन पेट्रोलिंग पर रहेंगे। कई सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगए गए हैं और ड्रोन के जरिए कांवड़ यात्रा पर नजर पैनी नजर रखी जाएगी। पुलिस की टीम द्वारा संचार के लिए खास नेटवर्क तैयार किया गया है। साथ ही कांवड़ियों के लिए अलग रास्ते की व्यवस्था की जाएगी। लोहे और रस्सी के माध्यम से अलग लेन तैयार किया जाएगा। इस रास्ते पर लाइट की व्यवस्था की जाएगी।