चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ जल्द ही अपना रुप दिखा सकता है. उम्मीद जताई जा रही है कि बंगाल की खाड़ी से उठने वाला मोरा मंगलवार को बांग्लादेश में अपना असर दिखा सकता है. इस घड़ी में बांग्लादेश की मदद के लिए भारतीय नौसेना बिल्कुल तैयार है. भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के पोतों को तैयारी के उच्चतम स्तर पर रखा गया है ताकि यदि ‘मोरा’ नाम का चक्रवात बांग्लादेश के इलाकों को अपनी चपेट में ले तो पड़ोसी देश को तुरंत मदद मुहैया कराई जा सके.
जरुरत पड़ने पर मदद को तैयार
मोरा चक्रवात बंगाल की खाड़ी में अपनी मौजूदा स्थिति से उत्तर एवं उत्तर-पूर्व की दिशा में बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि मोरा मंगलवार को बांग्लादेश के चटगांव को अपनी चपेट में लेगा. नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, इसके गहरे दबाव में तब्दील होने और मंगलवार दोपहर या शाम तक बांग्लादेश पहुंचने की आशंका है. भारतीय नौसेना का पूर्वी बेड़ा तैयारी के उच्चतम स्तर पर है ताकि जरूरत पड़ने पर सहायता मुहैया कराई जा सके.
भयावह तूफान का खतरा
बांग्लादेश में मौसम विभाग ने दो समुद्री बंदरगाहों के लिए 10 के स्केल पर सर्वोच्च स्तर की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि चटगांव और कॉक्स बाजार के बंदरगाहों पर चक्रवाती तूफान की चेतावनी को बड़े खतरे के सिग्नल संख्या 10 के स्तर पर जारी किया गया है. विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान के उत्तरी दिशा में बढ़ने और मंगलवार सुबह चटगांव तथा कॉक्स बाजार में पहुंचने से भयावह तूफान का खतरा है.
तूफान मोरा में समुद्री बंदरगाहों और तटीय क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश हो सकती है और प्रचंड हवाएं चल सकती हैं. आपदा प्रबंधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 19 दक्षिण पूर्व जिलों में स्थानीय प्रशासन और स्वैच्छिक एजेंसियों ने लोगों से तूफान के लिए बनाये गये आश्रयस्थलों में जाने को कहा गया है.