जालंधर पुलिस को गदईपुर एरिया में बेड के अंदर एक सड़ा हुआ शव मिला था। पुलिस ने इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया था, जिसने शव की पहचान अपने लिव इन पार्टनर के तौर पर बताई थी। बाद में पता चला कि शव बरनाला के एक पूर्व आर्मी ऑफिसर का था।
जालंधर के गदईपुर एरिया में बेड बाक्स से व्यक्ति का शव मिलने के मामले की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। पहले लाश की शिनाख्त के मामले में पुलिस लापरवाही सामने आ चुकी है। अब इस मामले में एक और खुलासा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, मामले में गिरफ्तार हिमाचली देवी ने जीवन साथी का इश्तिहार लगवा कर पूर्व अधिकारी योगराज खत्री को अपने जाल में फंसाया था। शुक्रवार को पूर्व आर्मी ऑफिसर के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने अलग-अलग समय हिमाचली देवी से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि एसीपी नॉर्थ, थाना 8 के प्रभारी चौकी इंचार्ज को वह अलग-अलग स्टेटमेंट देती रही, जिसके कारण पुलिस अब उसकी कोई भी बात सच नहीं मान रही।
हिमाचली से जब पूर्व आर्मी ऑफिसर के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि वह अकेली थी, जिसके चलते उसने साथी की तलाश में एड लगवाया था। उसके बाद योगराज खत्री ने उससे संपर्क किया जिसके बाद उनमें नजदीकियां बढ़ गई। बताया जा रहा है कि पूर्व आर्मी ऑफिसर खत्री मूल रूप से बरनाला के रहने वाले हैं, लेकिन कुछ समय से वह कपूरथला में रह रहे थे। जिसके चलते अक्सर वह उसके पास आ जाया करते थे।
पुलिस को शक है कि योगराज खत्री की मौत या तो नेचुरली हुई या फिर संबंध बनाने के लिए खाई जाने वाली दवाई के कारण उन्हें अटैक आ गया। हिमाचली देवी ने शव को खुर्दबुर्द करने के लिए बेड बॉक्स में डाल कर उस पर नमक डालना शुरू कर दिया था।
थाना 8 के प्रभारी गुरमीत सिंह का कहना है कि हिमाचली देवी अभी पूछताछ में अलग-अलग बयान दे रही है जिसके चलते कुछ भी कहना अभी मुश्किल है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर प्रेस वार्ता के दौरान बताया था कि शव विनोद उर्फ नकुल है। जबकि बीते दिन जांच में खुलासा हुआ कि शव पूर्व आर्मी ऑफिसर का है और मृतक की पहचान 70 वर्षीय योगराज खत्री बरनाला के रूप में हुई थी।