यात्रा के लिए छह मई तक 7,24,154 यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। इसे देखते हुए श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की योजना बनाई है।
केदारनाथ में एक घंटे में 1,400 श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाएंगे। कपाटोद्घाटन के दिन से मंदिर को 13 से 15 घंटे तक मंदिर खुला रखा जाएगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग दर्शन कर सके। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने यात्राकाल के दर्शन की व्यवस्था का खाका तैयार किया है।
सामान्यत: मंदिर सुबह पांच से दोपहर दो बजे तक और उसके बाद शाम चार से छह बजे तक ही खुला रहता है। छह बजे बाबा की आरती के बाद श्रद्धालु बाहर से ही शृंगार दर्शन करते हैं और मंदिर में नहीं जा सकते। केदारनाथ के कपाट 10 मई को सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
यात्रा के लिए छह मई तक 7,24,154 यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। इसे देखते हुए श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की योजना बनाई है।
पंजीकरण को देखते हुए लग रहा कि कपाटोद्घाटन से ही केदारनाथ में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। इसे देखते हुए एक दिन में 19 से 21 हजार तक श्रद्धालुओं को दर्शन कराने का प्रयास किया जाएगा। -योगेंद्र सिंह, सीईओ, श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति
केदारनाथ में लाइन प्रबंधन के लिए जवान तैनात रहेंगे। साथ ही बुजुर्ग, बच्चे और महिलाओं के साथ ही अन्य सभी यात्रियों की पूरी मदद की जाएगी।
-डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे, पुलिस अधीक्षक, रुद्रप्रयाग