भारतीय व्यंजनों में कई तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। हींग इन्हीं मसालों में से एक है, जिसे अक्सर कई व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक अविश्वसनीय मसाला है, जो न सिर्फ व्यंजनों का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचाता है। यह अपनी विशिष्ट तेज सुगंध के लिए जाना जाता है। साथ कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से सहायक है।
खाने में इसका इस्तेमाल करने के साथ आप इसका पानी भी पी सकते हैं। हींग का पानी (Hing Water Benefits) भी आपकी सेहत के लिए काफी गुणकारी होता है। अगर आप अभी तक इससे होने वाले फायदों से अनजान हैं, तो आज हम आपको बताएंगे खाली पेट हींग का पीना पीने से होने वाले कुछ फायदे-
बैड कोलेस्ट्रॉल कम करे
हींग कार्बनिक कंपाउंड से भरपूर है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को कम कर सकता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का हाई लेवल दिल की बीमारियों और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है। ऐसे में नियमित रूप से खाली पेट हींग का पानी पीने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यह एचडीएल कोलेस्ट्रॉल यानी ‘गुड कोलेस्ट्रॉल’ को भी बढ़ाता है।
वजन घटाने में सहायक
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए अपने वजन को कंट्रोल में रखना भी काफी जरूरी है। ऐसे में हींग का पानी वजन घटाने में आपकी मदद कर सकता है। यह मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर और फैट बर्न को प्रेरित करके वजन कम करने में मदद करता है। साथ ही यह लंबे समय तक पेट भी भरा रखते हैं, जिससे भूख कंट्रोल होती है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर
हींग के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की सूजन को कम कर सकते हैं। पुरानी सूजन अक्सर हाई कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी होती है, जिससे संभावित दिल की बीमारी होती हैं। ऐसे में हींग का पानी इस सूजन से निपटने और कोलेस्ट्रॉल मैनेजमेंट कर हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम करता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
हींग एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। ये ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाव करते हैं, जो सेल डैमेज और हार्ट डिजीज समेत विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकता है। कोलेस्ट्रॉल के मरीज स्वस्थ जीवन के लिए हींग के पानी के एंटीऑक्सीडेंट लाभों को अपना सकते हैं।
पाचन में मदद करे
ज्यादातर लोग हींग का इस्तेमाल पाचन बेहतर करने के लिए करते हैं। हींग डाइजेस्टिव एंजाइम्स के प्रोडक्शन को बढ़ाती है, जो स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देते हैं और ब्लोटिंग और अपच जैसी समस्याओं से बचाते हैं।