भारत सरकार हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं, इसके चलते सरकार की सुरक्षा एजेंसियां समय-समय पर कुछ अहम कदम उठाती रहती है। जैसा कि हम जानते हैं कि साइबर क्राइम एक अहम समस्या है, जिससे बहुत से लोग प्रभावित होते हैं।
इस तरह के प्रभाव को रोकने के लिए MeitY ने 100 से अधिक वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है। बता दें कि यह ये वेबसाइट्स अवैध निवेश और वर्क बेस्ड पार्ट टाइम नौकरी से जुड़ी धोखाधड़ी करने वाली 100 से अधिक वेबसाइटों को केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक सिफारिश के बाद ब्लॉक कर दिया गया था।
विदेशों से ऑपरेट होते हैं ये वेबसाइट
- केंद्रीय गृह मंत्रालय की भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) शाखा ने अपने वर्टिकल नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (NCTAU) से पिछले हफ्ते 100 से अधिक वेबसाइट का पता लगाया।
- ये वेबसाइट निवेश और वर्क बेस्ड पार्ट टाइम नौकरी धोखाधड़ी में शामिल है। नई रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि इन सभी वेबसाइट को विदेशों से ऑपरेट किया जा रहा है।
- ये सभी वेबसाइट डिजिटल विज्ञापन, चैट मैसेंजर और किराए के खातों का उपयोग कर रही थीं।
- इस सभी वेबसाइट्स को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत इन वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है।
क्या करती है ये वेबसाइट्स
- रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि बड़े पैमाने पर आर्थिक धोखाधड़ी से मिलने वाले इनकम को कार्ड नेटवर्क, क्रिप्टोकरेंसी, विदेशी एटीएम निकासी और अंतरराष्ट्रीय फिनटेक कंपनियों का उपयोग करके भारत से बाहर भेजा गया था।
- जैसे कि हम जानते हैं कि 2023 की शुरुआत में ही MeitY ने सट्टेबाजी, जुआ और अनऑफिशियल लोन साइट की तरह काम करने वाले 232 ऐप्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था।
- इस लिस्ट में फिनटेक फर्म लेजीपे, इंडियाबुल्स होम लोन और किश्त शामिल है।