भारत के विभिन्न शहरों में सार्वजनिक परिवहन के नए तरीकों को अपनाता हुआ देखा जा रहा है। आखिरकार इसका लक्ष्य एक ऐसा अर्बन मोबिलिटी सिस्टम (शहरी गतिशीलता प्रणाली) बनाना है जो दुनिया के विकसित देशों के मोबिलिटी सिस्टम को टक्कर दे सके।
इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई ने इलेक्ट्रिक वाटर टैक्सियों की शुरुआत के साथ अपने परिवहन परिदृश्य में एक उल्लेखनीय बदलाव की झलक देखी। ये इनोवेटिव वाटरक्राफ्ट दक्षिण मुंबई में आइकॉनिक गेटवे ऑफ इंडिया और नवी मुंबई में बेलापुर के बीच की दूरी को पाटने के लिए तैयार हैं। जो निवासियों और पर्यटकों दोनों के लिए एक स्थायी और कुशल यात्रा विकल्प प्रदान करते हैं। ये वाटर टैक्सियां इस साल दिसंबर से शुरू की जानी हैं।
एक प्रमुख निजी वाटर टैक्सी ऑपरेटर, इन्फिनिटी हार्बर सर्विस ने 10 करोड़ रुपये की शुरुआती निवेश लागत पर चार अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक वाटर टैक्सियाँ खरीदी हैं। इनमें से हर 24-सीटर टैक्सी की लागत 2.5 करोड़ रुपये है। इन्फिनिटी हार्बर सर्विस इस समय बेलापुर और प्रसिद्ध एलीफेंटा केव्स के साथ-साथ मांडवा अलीबाग के बीच सर्विस देती है।
इन इलेक्ट्रिक वटर टैक्सियों की सबसे खास बातों में से एक उनकी पावर एफिशिएंसी (ऊर्जा दक्षता) है। वे एक बार चार्ज करने पर लगातार चार घंटे तक चल सकते हैं। जो उनके पारंपरिक समकक्षों द्वारा प्रति घंटे खपत किए जाने वाले 140 लीटर डीजल के बिल्कुल विपरीत है। यह न सिर्फ पर्याप्त लागत बचत का वादा करता है बल्कि मुंबई की वाटर ट्रांसपोर्ट सिस्टम (जल परिवहन प्रणाली) के लिए एक हरित, अधिक टिकाऊ भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का भी प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, ये इलेक्ट्रिक वटर टैक्सियां 12 समुद्री मील तक की रफ्तार से चल सकती हैं। और मुंबई और नवी मुंबई के बीच की यात्रा एक घंटे में पूरी कर सकती हैं।
भारत में शहरी परिवहन का बदलता परिदृश्य
वायु गुणवत्ता में गिरावट और बड़े पैमाने पर प्रदूषण बढ़ने पर चिंता के कारण, केंद्र और राज्यों दोनों ने सार्वजनिक नीति को परिवहन के नए, पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ तरीकों पर केंद्रित करना शुरू कर दिया है। भले ही शहरी केंद्रों में ही सही। हालांकि वाहन और उनसे निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का एकमात्र कारण नहीं है। लेकिन ईवी वाहनों के लिए बड़ा इंसेंटिव निश्चित रूप से भारत के उत्सर्जन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुंबई वटर टैक्सी उस लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। लेकिन यह एकमात्र नहीं है।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal