41 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने पंजाब के अमरगढ़ से आप विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा को गिरफ्तार किया था। देर रात हिरासत में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें पीजीआई में भर्ती करवाया गया। वे एडवांस कार्डियक सेंटर के सीसीयू में 17 नम्बर बेड पर भर्ती है।
गज्जनमाजरा वही विधायक हैं, जिन्होंने पंजाब की खराब वित्तीय हालत का हवाला देते हुए सिर्फ एक रुपया वेतन लेने का एलान किया था। जिस वक्त उन्हें गिरफ्तार किया गया, वह पार्टी दफ्तर में नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे थे।
बैंकों से ऋण लिया लेकिन दूसरी जगह किया इस्तेमाल
ईडी ने पिछले साल सितंबर में संगरूर में तारा हवेली, तारा कॉन्वेंट स्कूल, तारा गोल्डन होम्स और मालेरकोटला में तारा फीड इंडस्ट्री के परिसरों पर दबिश दी थी। सूत्रों से पता चला है कि तारा कॉर्पोरेशन लिमिटेड इन सभी व्यावसायिक उपक्रमों की मूल कंपनी है और इसका स्वामित्व गज्जनमाजरा, उनके भाइयों और परिवार के अन्य सदस्यों के पास है। उनके परिवार के सदस्यों ने 2011 और 2014 के बीच कई ऋण लिए थे लेकिन ईडी और सीबीआई की जांच के अनुसार, ऋण का उपयोग उस उद्देश्य के लिए नहीं किया गया था, जिसके लिए बैंक से पैसा लिया गया था। जिस समय ऋण लिया गया था, उस समय गज्जनमाजरा कंपनियों के निदेशकों में से एक थे।
फर्म ने अपने निदेशकों के माध्यम से अपने स्टॉक को छिपाया और गलत इरादे से ऋणों में हेरफेर किया। इससे बैंक को करीब 40.92 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। गज्जनमाजरा को जालंधर के ईडी कार्यालय लाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले ही ईडी ने मोहाली से आप विधायक कुलवंत सिंह के यहां दबिश दी थी। एक सप्ताह बाद ईडी ने पंजाब में आप विधायक को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब आम आदमी पार्टी ईडी की कार्रवाई को लेकर हल्ला मचा रही है।