लगातार एक्यूआई बढ़ रहा है जिसके चलते वातावरण प्रदूषित हो रहा है। हरियाणा के कई जिले तो रेड जोन में आ गए हैं। अलग-अलग जगह का एक्यूआई अलग-अलग है जो पराली, पटाखे जलाने से बढ़ता है जिसके कारण हवा में जहर घुल जाता है और सांस लेने में दिक्कत होती है, जिससे लोगों को खांसी, एलर्जी की बीमारी भी बढ़ जाती है। करनाल का एक्यूआई 300 के आस-पास है। ये मौसम के अनुसार घट बढ़ रहा है, क्योंकि अभी हवा नहीं चल रही, इसलिए जहरीली गैस के कण हवा में ही रह जाते हैं। अगर हवा चलती है तो जहरीली गैस के कण उड़ जाते हैं।
हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिस के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने अलग-अलग विभागों को काम दिया है और हिदायत भी की कि एक तो कचरा ना जले, दूसरा लगातार छिड़काव होता रहे। साथ ही साथ डीजल वाहनों की चेकिंग होती रहे, पराली जलाने वाले किसानों पर भी नजर रखी जाए। करनाल में पराली के मामले पहले के मुकाबले कम हैं, पिछली बार अब तक जहां 200 से ज्यादा मामले थे अब तक 61 मामले आए हैं।