बिहार की राजनीति में इफ्तार पार्टी को लेकर घमासान छिड़ा है। पहले सीएम आवास पर नीतीश की इफ्तार पार्टी के बाद रविवार को राजद की तरफ से दावत-ए-इफ्तार में नेताओं का महाजुटान हुआ। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश और तेजस्वी पर इसको लेकर निशाना साधा है।
बिहार में रामनवमी पर हिंसा के बाद अब इफ्तार पार्टी पर राजनीति तेज है। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित दावत-ए-इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संग महागठबंधन के बड़े नेताओं का जुटान हुआ।इफ्तार पार्टी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के पहनावा राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया।
वहीं, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी सीएम और डिप्टी सीएम के पहनावे पर तंज कसा। ओवैसी ने कहा कि सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा के ज़िम्मेदार हिन्दुत्ववादियों को जेल भेजने के बजाय मुसलमान लड़कों और बच्चों को ही गिरफ़्तार किया जा रहा है। दूसरी ओर बिहार के “सेक्युलर” मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को फैंसी ड्रेस से फुर्सत ही नहीं मिलती।
बता दें कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भूरे रंग के पठान सूट और गोल हरी टोपी पहने राबड़ी आवास पर इफ्तार पार्टी की मेजबानी करते नजर आए। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अतिथियों का भी अलग-अलग रंगों की टोपी पहनाकर स्वागत किया। तेजस्वी यादव ने अपने हाथों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भूरे रंग की टोपी पहनाई। विजय चौधरी सफेद और ललन सिंह काले रंग की टोपी में नजर आए।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों को हाजी रूमाल भी भेंट किया। इफ्तार शुरू होने के ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी पहुंचे। वह पप्पू यादव के बगल में बैठ गए। तुरंत आगे बढ़कर तेजस्वी ने उन्हें टोपी पहनायी। चिराग पासवान से तेजस्वी गले भी मिले। राबड़ी देवी ने सभी का अभिवादन किया।
मुख्यमंत्री जिस जगह बैठे थे, वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर व राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी व अब्दुल बारी सि्द्दीकी बैठे थे।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह व भाकपा (माले) विधायक दल के नेता महबूब अली कैसर भी दावत में शामिल हुए। भू राजस्व मंत्री आलोक मेहता, विधान पार्षद सुनील सिंह और शक्ति सिंह यादव ने व्यवस्था को संभाला हुआ था।