भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी ने राजनीतिक फायदे के लिए ओबीसी समाज का अपमान किया है। नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ छोटी है।
मानहानि केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद भाजपा लगातार उन पर हमला कर रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी शुक्रवार को राहुल गांधी पर जुबानी वार किया है। नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान किया है। ओबीसी समाज उनसे इस अपमान का बदला लेगा
राहुल और कांग्रेस में अहंकार
नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि कल सूरत कोर्ट ने राहुल को ओबीसी समाज के प्रति उनके आपत्तिजनक बयान के लिए सजा सुनाई है। राहुल व कांग्रेस पार्टी अभी भी अपने अहंकार के चलते लगातार अपने बयान पर अड़े हुए हैं और लगातार ओबीसी समाज की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। नड्डा ने कहा कि ओबीसी समाज राहुल से इसका बदला लेगा।
राहुल गांधी में छोटी समझ
राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे OBC समाज का अपमान किया। उन्हें चोर कहा। समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफ़ी माँगने के विकल्प को भी उन्होंने नज़रअंदाज़ किया और लगातार OBC समाज की भावना को ठेस पहुँचाई।
नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। राहुल ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओबीसी समाज का अपमान किया और उन्हें चोर कहा। उन्होंने ओबीसी समाज की भावना को ठेस पहुंचाई है।
मनगढ़ंत आरोप लगाने की आदत
नड्डा ने ये भी कहा कि राहुल गांधी को तथ्यों से परे और मनगढ़ंत आरोप लगाने की आदत हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के पहले राहुल ने राफेल के नाम पर देश को भ्रमित करने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट से फटकार लगने के बाद राहुल ने बिना शर्त माफी मांगी थी।
सूरत कोर्ट से दो साल की सजा
सूरत की जिला अदालत ने 2019 की चुनावी रैली में मोदी सरनेम को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने पर राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है। राहुल को अदालत ने 30 दिन की जमानत भी दी है। सूरत के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी हरीश हसमुख वर्मा ने गुरुवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 499 व 500 के तहत राहुल को सजा सुनाई।
दरअसल, 13 अप्रैल, 2019 को पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में एक जनसभा में कहा था-सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही कैसे है? और कितने मोदी निकलेंगे? उनकी टिप्पणी के खिलाफ भाजपा नेता और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी।