ऑस्ट्रेलिया टीम को भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले जोरदार झटका लगा है। कंगारू ओपनर डेविड वॉर्नर कोहनी में फ्रैक्चर के कारण आखिरी दो टेस्ट से बाहर हो गए हैं। वॉर्नर के वनडे सीरीज में लौटने की उम्मीद है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर में हालात बद से बदतर हो जा रहे हैं। डेविड वॉर्नर कोहनी में फ्रैक्चर के कारण आखिरी दो टेस्ट से बाहर हो गए हैं।
वॉर्नर अपने घर सिडनी लौटकर चोट से उबरेंगे। उम्मीद की जा रही है कि भारत के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज से पहले वो टीम के साथ दोबारा जुड़ जाएंगे।
डेविड वॉर्नर को दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान मोहम्मद सिराज की गेंद बाएं हाथ की कोहनी पर लगी थी। दो ओवर के बाद उनके हेलमेट पर गेंद लगी थी। वॉर्नर को बाद में कनकशन महसूस हुआ और उनकी जगह मैट रेनशॉ को सबस्टीट्यूट के तौर पर शामिल किया गया। वॉर्नर के कनकशन की चिंता नहीं थी, लेकिन उनकी कोहनी की चोट चिंता का विषय बनी हुई थी।
वॉर्नर का विकल्प कौन?
वॉर्नर को शुरुआत में लगा कि हेयरलाइन फ्रैक्चर इतना कम होगा कि वो इंदौर टेस्ट में हिस्सा ले पाएंगे। वॉर्नर सोमवार रात तक भारत में रुककर तीसरे टेस्ट में खेलने की कोशिश में जुटे थे। मगर उनके दर्द और मूवमेंट की रेंज के परीक्षण के बाद वो आधिकारिक रूप से बाहर हो गए। वॉर्नर अपने परिवार के साथ स्वदेश लौटेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई टीम वॉर्नर के विकल्प के रूप में शायद किसी को शामिल नहीं करेगी। कैमरन ग्रीन तीसरे टेस्ट में खेलने के लिए फिट हो चुके हैं। ग्रीन को दूसरे टेस्ट के दौरान पहली बार नेट्स पर बल्लेबाजी का अभ्यास करते हुए देखा गया था। उन्होंने नेट्स पर स्कॉट बोलैंड और मिचेल स्टार्क का सामना किया।
ऑस्ट्रेलिया के कई खिलाड़ी लौटेंगे स्वदेश
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय मुसीबतों से घिरी हुई है। जोश हेजलवुड चोट के कारण दौरे से बाहर हो गए हैं। वो स्वदेश लौटेंगे। कप्तान पैट कमिंस पारिवारिक कारणों से स्वदेश लौट चुके हैं। उम्मीद है कि पैट कमिंस एक सप्ताह के भीतर लौट आएंगे और इंदौर टेस्ट में टीम की कमान संभालेंगे। मगर अभी उनकी स्थिति के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क तीसरे टेस्ट में खेलने के लिए फिट हैं। वहीं मिचेल स्वेपसन के भी स्क्वाड में लौटने की उम्मीद है, जो कि अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौटे थे। वैसे, ऑस्ट्रेलियाई टीम कुछ खिलाड़ियों को रिलीज कर सकती है, जो घर लौटकर घरेलू क्रिकेट में हिस्सा ले सके।