अगर आपको लग रहा है कि 3-4 दिन में आप कहां ही घूमने जा पाएंगे आपका आधा समय तो आने जाने में निकल जाएगा। तो परेशान होने की जरूरत नहीं। हम आपके लिए कुछ ऐसे जगहों की लिस्ट लेकर आए हैं। यहां देखेंगणतंत्र दिवस 2023 के मौके पर साल की पहली लंबी छुट्टियां पड़ रही हैं। ऐसे समय में जब भारत केसरिया, सफेद और हरे रंग में लिपटा हुआ है, तो क्यों ना भ्रमण करते हुए इसका आनंद लिया जाए।
गुरुवार के पड़ रहे 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर सभी की छुट्टी है। तो इसी के साथ अगर आप अपने काम से से एक दिन की छुट्टी लेते हैं, तो आपको अगले दो दिन यानी शनिवार और रविवार (28-29 जनवरी) को मिलाकर कुल चार दिन का समय मिल जाएगा खुद को रीफ्रेश करने का। लेकिन अगर आपको लग रहा है कि 3-4 दिन में आप कहां ही घूमने जा पाएंगे, आपका आधा समय तो आने जाने में निकल जाएगा। तो परेशान होने की जरूरत नहीं। हम आपके लिए कुछ ऐसे जगहों की लिस्ट लेकर आए हैं, जहां आप कम समय में पहुंचकर ज्यादा एंजॉय कर सकते हैं। यह सभी प्लेसेज दिल्ली-एनसीआर के आस-पास की हैं, जिनके बारे में आप विचार कर सकते हैं।
अमृतसर
स्वर्ण मंदिर जाने के लिए यह सबसे सुंदर मौसम है। यहां स्वर्ण मंदिर के दर्शन करने के साथ ही आप वाघा बॉर्डर पर बहुचर्चित बीटिंग रिट्रीट में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा अमृतसर में पार्टीशन म्यूजियम और जलियांवाला बाग भी है, जिससे आपको इतिहास पन्नों को पलटने का मौका मिलेगा। साथ ही, असली पंजाबी खाना, जिसे सोचते ही मुंह में पानी आ जाता हो उसका भी लुत्फ उठा सकेंगे।
चकराता
सुंदर हाईलैंड रिज़ॉर्ट चकराता हर बैकपैकर की ट्रिप विशलिस्ट में जरूर होता है। आप इस लॉन्ग वीकेंड शॉर्ट ट्रिप से जो कुछ भी चाहते हैं, उसके लिए चकराता एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। यहां राफ्टिंग, पहाड़ों की शांति, खूबसूरत सनसेट और साफ सुथरी हवा से भरा वातारण वो सबकुछ है, जिसके लिए भाग दौड़ की जिंदगी में आपको क्रेविंग होती है। यहां के प्रसिद्ध टाइगर फॉल्स पर चढ़ा जा सकता है, बुधेर गुफाओं के पास घूमा जा सकता है और कानासर में कैंपिंग की जा सकती है।
परवाणू
यह प्यारा शहर दिल्ली से 5 घंटे की ड्राइविंग कर चंडीगढ़-शिमला मार्ग पर स्थित है। आराम करने और खुद को रीवाइव करने के लिए यह एक असामान्य जगह है। कोई टिम्बर ट्रेल के साथ टहल सकता है और पर्यावरण की सुंदरता को जी सकता है, तो कोई इतिहास प्रेमी गोरखा किले की शाही विरासत की खोज कर सकते हैं। केबल कार की सवारी से हिमालय का लुभावना दृश्य दिखाई देता है। फलों के बगीचे और मनोरम क्षेत्रीय भोजन भी यहां उपलब्ध हैं।
बिनसर
बिनसर नैनीताल, मसूरी, शिमला, या किसी अन्य विशिष्ट शहर से परे पहाड़ों में छिपा हुआ एक रत्न है। बिनसर, जिसे कुमाऊँ क्षेत्र का अंतिम गढ़ भी कहा जाता है, यहाँ खोजने के लिए बहुत कुछ है। काल्पनिक जंगल में जाने के लिए प्रसिद्ध जीरो पॉइंट, बिनसर वन्यजीव अभयारण्य, कसार देवी मंदिर समेत कई अन्य स्थान भी पास में हैं।
पंगोट
पंगोट बस्ती अपने घने जंगलों के लिए विख्यात है। यहां भी खुद ड्राइव कर के पहुच सकते हैं। यहां के घने जंगलों में 300 से अधिक विभिन्न पक्षी प्रजातियां हैं, साथ ही लुभावनी लंबी पैदल यात्रा के रास्ते हैं जो कॉर्बेट नेशनल पार्क की ओर ले जाते हैं।