उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में विधायक रत्नाकर मिश्रा ने एक मरीज को भर्ती कराने के लिए डिप्टी सीएम को कॉल लगा दी। डिप्टी सीएम का कॉल आने के बाद अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने मरीज का इलाज शुरू कर दिया। दरअसल बीजेपी विधायक मरीज को भर्ती न करने को लेकर नाराज थे।
ये मामला कोतवाली क्षेत्र के संकट मोचन इलाके का है। 80 साल के गुलाबचंद सांस की बीमारी से पीड़ित है। रविवार की रात करीब 8 बजे हालात खराब हो गयी। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें मंडलीय अस्पताल में ले गए। यहां डॉक्टरों की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर कर दिया। हालांकि परिजन उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। वहीं परिजनों ने मरीज को भर्ती न करने पर नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा को फोन कर दिया।
गुलाबचंद के परिजनों के मुताबिक डॉक्टरों ने फोन पर बात करने से इंकार कर दिया और फोन काट दिया। ये बात बीजेपी विधायक रत्नाकर मिश्रा को नागवार गुजरी और मंडलीय अस्पताल पहुंच गए। विधायक ने इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर के न होने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को कॉल लगा दी। इस पर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सीएमएस अन्य चिकित्सकों को पूछने लगे। ये देख अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए।
आनन-फानन में डॉक्टरों ने मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया और तत्काल इलाज प्रारंभ किया। वहीं जानकारी मिलने पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, प्रभारी सीएमएस भी मौके पर पहुंच गए। मरीज के भर्ती होने के बाद विधायक रत्नाकर मिश्रा वापस लौट गए।