भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और बैंक ऑफ इंडिया समेत कई वित्तीय संस्थानों ने रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी किए जाने के बाद अपनी ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर रेपो 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.9 प्रतिशत कर दी।
हाउसिंग लोन कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने शुक्रवार को ऋण पर ब्याज दर 0.50 प्रतिशत तक बढ़ा दी। ब्याज दरों में वृद्धि से एचडीएफसी से आवास ऋण लेने वालों की मासिक किस्त बढ़ जाएगी। एचडीएफसी ने एक बयान में कहा, ‘‘एचडीएफसी ने आवास ऋण पर ब्याज दर 0.50 प्रतिशत तक बढ़ा दी है और यह एक अक्टूबर 2022 से प्रभावी होगी।’’ इस वित्तीय संस्थान ने बीते पांच महीने में ब्याज दरों में सातवीं बार वृद्धि की है।
वहीं, एसबीआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक उसने बाहरी बेंचमार्क आधारित उधारी दर (ईबीएलआर) और रेपो-सम्बद्ध उधार दर (आरएलएलआर) में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि की है जो अब क्रमश: 8.55 फीसदी और 8.15 फीसदी हो गई है। यह वृद्धि शनिवार से प्रभाव में आएगी। बैंक ऑफ इंडिया ने भी आरबीएलआर बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दिया है। आईसीआईसीआई बैंक की ईबीएलआर बढ़कर 9.60 फीसदी हो गई है।