मोौसम विभाग ने पूरे बिहार में वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को तीन जिलों में भारी बारिश की आशंका है। अन्य जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हो सकती है।
बिहार में मॉनसून के कमजोर पड़ने से बारिश संबंधी गतिविधियां कम हुई हैं। इस बीच मौसम विभाग ने शनिवार को राज्य भर में मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने और तीन जिलों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। शनिवार को भभुआ, सासाराम और किशनगंज के कुछ इलाकों में तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा राज्य के अधिकतर जिलों में ठनका गिरने की आशंका बनी रहेगी। कुछ जगहों पर छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है।
बिहार में बीते दो दिनों से मॉनसून कमजोर पड़ने से तापमान में बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को दक्षिण बिहार को छोड़कर सभी जिलों में मौसम लगभग शुष्क बना रहा। बीते 24 घंटे के भीतर रोहतास, सासाराम, औरंगाबाद और गया जिले को छोड़कर कहीं पर बूंदाबांदी नहीं हुई।
रोहतास जिले के डेहरी में सर्वाधिक 31.6 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा भभुआ में 24.4, पलमेरगंज में 21.2, कुंद्रा में 21.2, देव में 18.4, अधवाड़ा में 15.2, चेनारी में 10, सासाराम में 8.8, दाऊदनगर में 4.8, रफीगंज में 3.6, बोधगया में 2.4 और इंद्रपुरी में 2.2 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई।
बिहार में औसत से कम बारिश
राज्य में शनिवार तक 616 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी। इसके मुकाबले अभी तक 377.7 मिलीमीटर पानी ही गिरा है। यानी कि इस सीजन अब तक सामान्य से 39 फीसदी कम बारिश हुई है। कई जिलों में सूखे के हालात की वजह से किसानों को सिंचाई का पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है, इससे उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
कई शहरों में बढ़ा तापमान
बिहार में मॉनसून के कमजोर पढ़ने से अधिकतर जिलों में बारिश का दौर थम गया है। इस कारण लोगों को फिर से गर्मी और उमस सताने लगी है। सीतामढ़ी जिले के पुपारी में शुक्रवार को सर्वाधिक 37.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। इसके अलावा वैशाली, सीवान, शेखपुरा, फारबिसगंज और बेतिया में पारा 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। राजधानी पटना में भी अधिकतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। शुक्रवार को यहां 34 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।