यूक्रेन की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने खेरसन में रूस की एक कमान चौकी को ध्वस्त कर दिया है। यह दक्षिणी शहर युद्ध की शुरुआत में ही रूसी सेना के कब्जे में चला गया था। यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कमान चौकी पर शुक्रवार को हमला किया गया और इसमें दो जनरल की मौत हो गयी और एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी अरेस्तोविच ने एक ऑनलाइन साक्षात्कार में कहा कि हमले के वक्त कमान केंद्र में रूस के 50 वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। रूसी सेना ने इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि नए सबूत सामने आ रहे हैं जिससे पता चलता है कि रूसी सेना ने मारियुपोल में हजारों नागरिकों की हत्या की और फिर इसे छिपाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि यूक्रेन ने रूस की उस बातचीत का पता लगा लिया है कि ”कैसे वे अपने अपराध के निशान छिपा रहे हैं।” उपग्रह से ली गयी तस्वीरों से मारियुपोल के पश्चिमी और पूर्वी शहरों में सामूहिक कब्रें दिखायी देती हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने उन लोगों के लिए मारियुपोल के समीप ”नजरबंदी शिविर” बनाए है जो शहर छोड़कर जाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन शिविरों में रहने वाले लोगों को रूस के कब्जे वाले इलाकों या रूस में भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि इनमें कई बच्चे भी शामिल हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने मारियुपोल में स्थिति को लेकर शनिवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बातचीत की। जेलेंस्की ने उन लोगों को ढूंढने तथा सजा देने का वादा किया, जो ओदेसा पर मिसाइल हमले के जिम्मेदार हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि आठ लोगों की मौत हो गयी तथा 18 अन्य घायल हो गए।
जेलेंस्की ने यूक्रेनियों से कर्फ्यू का पालन करने और रात को ऑर्थोडॉक्स ईस्टर सभा में न जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ”लेकिन सुबह पांच बजे से आप अपने शहर या समुदाय के गिरजाघर में जा सकते हैं।”