लखनऊ: उत्तर प्रदेश टीईटी पेपर लीक केस में योगी सरकार एक्शन में दिखाई दे रही है। गोपनीयता बरकरार नहीं रखने के इल्जाम कल ही सचिव परीक्षा नियामक अफसर संजय उपाध्याय को सस्पेंड किया गया था। वहीं आज संजय को गिरफ्तार कर लिया गया है। तत्पश्चात, अब तक इस मामले में कुल 32 व्यक्तियों को गिरफ्तारी हो चुकी है।
सचिव परीक्षा नियामक अफसर संजय उपाध्याय आरएसएम फिनसर्व कंपनी को पेपर छापने का ठेका दिया था। 28 नंवबर को पेपर लीक होने के पश्चात् सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसके घर पर बुलडोजर चलना तय है। उन्होंने पेपर लीक मामले के अपराधियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने, उनकी संपत्ति जब्त कराने तथा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। कहा जा रहा है कि एक महीने के भीतर योगी सरकार उत्तर प्रदेश टीईटी की परीक्षा दोबारा करवा सकती है। गौरतलब है कि 28 नवंबर को यूपी टीईटी की परिक्षा आयोजित होनी थी मगर परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया। इसके कारण परीक्षा को रद्द करना पड़ा था।