हमारे देश में हिन्दी भाषा का सर्वोपरि स्थान है। यह भाषा भारत की 22 ऑफिशियल भाषाओं में से एक है तथा संसदीय, न्यायिक एवं सरकारी संस्थानों में, सभी स्थानों पर इसका आधिकारिक कम्युनिकेशन में इस्तेमाल किया जाता है। हिंदी वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। विश्व पटल पर तकरीबन 425 मिलियन लोग इसे अपनी पहली भाषा के रूप में जानते हैं। इसके अतिरिक्त 120 मिलियन लोग हिंदी को दूसरी भाषा के तौर पर बोलते हैं। सामान्य रूप से हिंदी के विद्यार्थियों को कमतर करके देखा जाता है। जबकि हिंदी में भी कई करियर के कई शानदार विकल्प उपस्थित हैं। करियर गाइडेंस के अपने इस सेक्शन में आइये जानते हैं कि हिंदी भाषा के सेक्टर में क्या हैं करियर की संभावनाएं।
1- राजभाषा अधिकारी:-
राष्ट्रीयकृत बैंकिंग संस्थानों में राजभाषा अफसर एक अहम पद होता है। इन अफसरों की प्राथमिक भूमिका रोजमर्रा के कामों में राजभाषा हिंदी के प्रयोग को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। ये अफसर विभिन्न ऑफिशियल दस्तावेजों का हिंदी में अनुवाद करते हैं तथा इसके प्रचार-प्रसार का जिम्मा भी संभालते हैं।
2- कंटेंट राइटर:-
एक कंटेंट राइटर अथवा कंटेंट एडिटर का काम लेख एवं ब्लॉग लिखना, मार्केटिंग कॉपी या सोशल मीडिया कॉपी आदि क्रिएट करना होता है। हिंदी या मास कम्यूनिकेशन में डिग्री होल्डर्स हिंदी कंटेंट राइटर अथवा कंटेंट एडिटर के रूप में सरलता से अपना करियर बना सकते हैं। कंटेंट राइटर तथा कंटेंट एडिटर्स पब्लिकेशन हाउस, मीडिया हाउस, पीआर एजेंसी एवं एड एजेंसी में कार्य करते हुए अपना करियर बना सकते हैं।
3- ट्रांसलेटर:-
हिंदी ट्रांसलेटर के रूप में इस भाषा के विशेषज्ञों के लिए करियर की जबरदस्त संभावनाएं हैं। इस फील्ड में काम करने वालों के लिए मौको की कोई कमी नहीं है। हिंदी ट्रांसलेटर के रूप में विद्यार्थी अपने घर बैठे भी काम कर सकते हैं। एक अच्छा एवं कुशल ट्रांसलेटर बनने के लिए आपकी हिंदी के साथ-साथ अन्य भाषाओँ पर भी अच्छी पकड़ होनी चाहिए। सभी बड़ी कंपनियां आजकल अपने कंटेंट को हिंदी में मौजूद कराने के लिए ट्रांसलेटर्स की नियुक्तियां करती हैं।
4- स्पीच राइटर:-
सामान्य रूप से सभी राजनेता जनता को और विभिन्न अफसर अपने कर्मचारियों को संबोधित करने के लिए स्पीच का सहारा लेते हैं। एक शानदार स्पीच व्यक्तियों को प्रभावित करने का सबसे शानदार तरीका है। एक जबदस्त स्पीच लिखने के लिए भाषा पर शानदार पकड़ होना बहुत आवश्यक होता है। आजकल तमाम पीआर एजेंसीज, एडवरटाइजिंग एजेंसीज कॉर्पोरेट्स तथा सरकारी संस्थानों में स्पीच राइटर की बेहद मांग रहती है।
5- जर्नलिज्म:-
हिंदी के बढ़ते चलन एवं उसकी मांग के चलते विद्यार्थियों के लिए हिंदी जर्नलिज्म कोर्स अब बहुत उपयोगी हो गया है। हिंदी जर्नलिज्म फील्ड स्टूडेंट्स के लिए एंकर, न्यूज एडिटर, न्यूज राइटर तथा रिपोर्टर आदि जैसी नौकरी के कई दरवाजे खोलता है। वर्त्तमान वक़्त में भारत में तकरीबन 11 हजार 489 हिंदी पत्रिकाएँ प्रकाशित होती हैं जो इस प्रोफेशन में बढ़ते स्कोप को बताने के लिए बहुत हैं। जर्नलिस्ट न्यूजपेपर्स, रेडियो चैनलों, समाचार चैनलों, पत्रिकाओं तथा डिजिटल समाचार मीडिया में हिंदी भाषा में शानदार काम कर रहे हैं।