10वीं कक्षा पास होने के पश्चात् तकरीबन सभी विद्यार्थियों को यह अनुमान हो जाता है कि उन्हें किस फील्ड में करियर बनाना है। इसी आधार पर वो 12वीं में साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स में से किसी एक विषय का चुनाव करते हैं। आर्ट्स से 12वीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को अक्सर ग्रेजुएशन में विषयों का चुनाव करने में समस्या होती है। आर्ट्स विषय से सबसे अधिक करियर विकल्प प्राप्त होते हैं। वहीं जो विद्यार्थी ग्रेजुएशन में पॉलिटिकल साइंस विषय लेने का सोच रहे हैं वो नीचे दिए गए फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।
पॉलिटिकल साइंटिस्ट- पॉलिटिकल साइंस से ग्रेजुएशन करने के पश्चात् राजनीतिक वैज्ञानिक के किरदार में सरकारी सिस्टम के अलग-अलग पहलुओं का अध्ययन, शहर/देश कैसे संचालित होते हैं, कैसे बातचीत करते हैं तथा सरकारी नीतियों के प्रभाव का अध्ययन कर सकते हैं। इसमें वर्तमान हालातों की जांच करने के अतिरिक्त राजनीतिक वैज्ञानिक उन स्टेप के लिए सिफारिश भी करते हैं, जिन्हें लागू किया जा सकता है। एक राजनीतिक वैज्ञानिक बनने के लिए आपको एमए राजनीति विज्ञान की डिग्री या पीएचडी की आवश्यकता होगी।
पत्रकारिता- मीडिया पॉलिटिक्स के सबसे अधिक नजदीक होती है। पोलिटिकल साइंस से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी जर्नलिस्ट बनकर बेहतर करियर बना सकते हैं। पत्रकारिता करने के पश्चात् आप एडिटर, पॉलिटिकल एंकर तथा कॉरेस्पोंडेंट बन सकते हैं, इसके लिए आप मास कम्युनिकेशन का कोर्स कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप विधानसभा से लेकर लोकसभा तक मीडिया एडवाइजर के तौर पर भी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।