काबुल, संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान में जारी पोलियो टीकाकरण अभियान को निशाना बना स्वास्थ्यकर्मियों की हत्या के मामले की निंदा की है। अफगानिस्तान में मंगलवार को पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान पांच स्वास्थ्यकर्मियों की हत्या कर दी गई। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कोऑर्डिनेटर रमीजअलकबारोव ने घटना पर नाराजगी जाहिर की और कहा, ‘इस तरह के संवेदनहीन हिंसा को रोकना जरूरी है।’ संयुक्त राष्ट्र ने इस हमले में मारे गए स्वास्थ्यकर्मियों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है और घायलों को जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
WHO प्रमुख टेड्रोस अधनम घेब्रेसस ने ट्वीट कर इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया कि इस हमले से वे अंदर तक दुखी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आवश्यक स्वास्थ्य सेवा और टीकाकरण अभियान बिना किसी रुकावट के चलाई जानी चाहिए ताकि समुदायों को सुरक्षित रखा जा सके।
बता दें कि यूनिसेफ के सहयोग से अफगानिस्तान सरकार देश के 96 लाख बच्चों को पोलियो के टीके की खुराक देना चाहती है। वर्ष 2020 में अफगानिस्तान में पोलियो के 54 नए मामले आए थे। आतंकियों के खतरे के मद्देनजर पोलियो टीकाकरण टीम को सुरक्षा भी मुहैया करायी जाती है। इसके बावजूद अफगानिस्तान और पड़ोस के पाकिस्तान में आए दिन पोलियो टीम को निशाना बनाया जाता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में भी पोलियो टीकाकरण टीम को सुरक्षा प्रदान करने वाले दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। वहीं मार्च में इस्लामिक स्टेट की ओर से कहा गया था कि उसने अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में पोलियो टीकाकरण टीम से जुड़ी तीन महिलाओं की हत्या की है।