आप अगर फलों का सेवन करते हैं तो उनके छिलकों का क्या करते हैं? शायद फेंक देते होंगे? ज्यादातर लोग फलों के छिलके कचरे में फेंक देते हैं, लेकिन ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि जिन छिलकों को बेकार समझकर फेंक दिया जाता है वो सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। हाल ही में किए गए एक शोध में पाया गया है कि संतरे-मौसमी जैसे खट्टे फलों के छिलके में सुपर-फ्लैवोनॉयड मौजूद होता है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। साथ ही, ब्लड फ्लो के दौरान धमनियों पर ज्यादा प्रेशर नहीं पड़ने देता। इस खबर में हम आपके कुछ फलों के छिलकों के फायदे और उनके सेवन का तरीका बता रहे हैं।
1. केला के छिलके से फायदाजानी मानी डाइटीशियन डॉ रंजना सिंह के मुताबिक, केले के छिलके में ‘फील गुड’ हॉर्मोन सेरोटोनिन मौजूद होता है, जो बेचैनी या उदासी के भाव को कम करता है। साथ ही, इसमें ल्यूटिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट भी शामिल होता है, जो आंखों के सेल्स को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाता है और मोतियाबिंद के खतरे को भी कम करता है।
ऐसे करें इस्तेमाल: केले के छिलके को दस मिनट तक साफ पानी में उबालें। इसके बाद पानी को ठंडा करें और छानकर पी लें। सब्जी के रूप में भी खा सकते हैं।
2. कद्दू के छिलके से फायदाजानी मानी डाइटीशियन डॉ रंजना सिंह के मुताबिक, कद्दू के छिल्के में बीटा कैरोटीन मौजूद होता है, जो फ्री-रैडिकल्स का खात्मा कर सकता है। इससे कैंसर से बचाव में मदद मिलती है। इसके अलावा, इसमें मौजूद जिंक नाखून को मजबूत बनाते हैं। कद्दू का छिलका स्किन सेल्स को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी कारगर साबित होता है।
ऐसे करें इस्तेमाल: अगर कद्दू का छिलका मुलायम हो, तो सब्जी के साथ पकाएं, लेकिन अगर छिलका कड़ा है तो उसे धूप में सुखाएं और ओवन में भूनकर चिप्स की तरह भी खाया जा सकता है। छिलके की सब्जी भी सकते हैं।
3. आलू के छिलके से फायदाएक बड़े आलू का छिलका रोजाना जरूरी जिंक, आयरन, विटामिन-सी, पोटैशियम की जरूरत को पूरा करता है। साथ ही, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी आलू के छिलके बहुत मदद करते हैं। इससे डाइजेशन तो सही रहता ही है, साथ में त्वचा पर निखार लाने में भी कारगर साबित होता है।
ऐसे करें इस्तेमाल : आलू की सब्जी या भरता छिलका सहित बनाएं। इसके अलावा, आलू को बारीक काटकर कुछ देर गर्म पानी-नमक के घोल में रखें और धूप में सुखाकर चिप्स की तरह खाएं।