कोविड महामारी को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने गैर होम ब्रांच से कैश निकालने की सीमा बढ़ा दी है. यह निकासी चेक या विड्रॉल फॉर्म के द्वारा की जा सकती है.
होम ब्रांच वह होता है जहां आपका खाता खुला होता है, गैर होम ब्रांच से निकासी की सीमा बढ़ाने का मतलब यह है कि आप अब आप बैंक के किसी भी ब्रांच से ज्यादा पैसा निकाल सकते हैं.
भारी बढ़ोतरी
भारतीय स्टेट बैंक ने ट्वीट कर बताया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी गैर होम ब्रांच में अपने सेविंग पासबुक के साथ आता है और उसका खुद का खाता है तो वह विड्रॉल फॉर्म के द्वारा एक दिन में अब 25,000 रुपये निकाल सकता है. पहले यह सीमा सिर्फ 5,000 रुपये थी.
इसी तरह वह सेल्फ के लिए चेक के द्वारा एक दिन में 1 लाख रुपये तक निकाल सकता है. इसी तरह थर्ड पार्टी यानी किसी दूसरे के द्वारा सिर्फ चेक से नॉन-होम ब्रांच से एक दिन में अधिकतम 50,000 रुपये निकाले जा सकते हैं.
गौरतलब है कि होम ब्रांच वह होता है जहां किसी कस्टमर का सेविंग या सैलरी एकाउंट होता है. होम ब्रांच के अलावा अन्य सभी ब्रांच को नॉन-होम ब्रांच माना जाता है.
विड्रॉल फॉर्म से दूसरा कोई नहीं निकाल सकता
बैंक ने कहा है कि किसी थर्ड पार्टी यानी अन्य व्यक्ति को नॉन-होम ब्रांच से विड्रॉल फॉर्म के द्वारा निकासी की इजाजत नहीं है. यानी जिस व्यक्ति के नाम से खाता है, वही पैसा निकाल सकता है. यह बदलाव 30 सितंबर, 2021 तक के लिए किया गया है.