कोरोनावायरस महामारी के प्रसार और कई राज्यों द्वारा रात्रि कर्फ्यू और सप्ताहांत के लॉकडाउन लगाने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। सुबह 09:33 मिनट पर BSE Sensex पर 1,315.89 अंक यानी 2.69 फीसद की गिरावट के साथ 47,516.14 अंक के स्तर पर ट्रेडिंग हो रही थी। BSE Sensex सप्ताह के पहले कारोबारी सत्र में 891.22 अंक की गिरावट के साथ 47,940.81 के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पिछले सत्र में सेंसेक्स 48,832.03 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, NSE Nifty पर सुबह 09:43 बजे 401.30 अंक यानी 2.75 फीसद की टूट के साथ 14,216.55 अंक के स्तर पर कारोबार हो रहा था।
NSE के 50 शेयरों पर आधारित इस सूचकांक पर आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 5.23 फीसद, इंडसइंड बैंक का शेयर 5.19 फीसद और एक्सिस बैंक तथा एसबीआई के शेयर पांच फीसद से ज्यादा की टूट के साथ ट्रेंड कर रहे थे। निफ्टी पर डॉक्टर रेड्डी (Dr. Reddy), सिप्ला (CIPLA) और DIVISLAB के शेयर हरे निशान के साथ ट्रेंड कर रहे थे।
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों का हाल
सुबह 09:33 बजे सेंसेक्स में शामिल सभी 30 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। Sensex पर इंडसइंड बैंक के शेयर में सबसे ज्यादा 4.96 फीसद, बजाज ऑटो के शेयर में 4.70 फीसद की गिरावट देखने को मिली।
इनके अलावा एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी, ओएनजीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, मारुति, टाइटन, बजाज फिनजर्व, पावरग्रिड, एशियन पेंट, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस, आईटीसी, एचसीएल टेक, टीसीएस, इन्फोसिस, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सन फार्मा, नेस्ले इंडिया और डॉक्टर रेड्डी के शेयरों में लाल निशान के साथ ट्रेडिंग हो रही थी।
जानें इस जबरदस्त गिरावट की वजह
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, ”भारत में जारी स्वास्थ्य संबंधी संकट और स्थानीय स्तर पर लॉकडॉउन एवं आर्थिक गतिविधियों पर पाबंदी से मार्केट में करेक्शन देखने को मिला है।”
उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से पहले बाजार का अनुमान था कि चालू वित्त वर्ष में देश की विकास दर 11 फीसद के आसपास रह सकती है और आमदनी में भी 30 फीसद से ज्यादा की वृद्धि हो सकती है लेकिन अब इसमें कमी आएगी।
उन्होंने कहा, कोविड-19 के मामलों में वृद्धि और रिकवरी रेट में आई कमी चिंता का विषय है।
अन्य एशियाई बाजारों की बात की जाए तो शंघाई, हांगकांग, सिओल और टोक्यो के शेयर बाजारों में दोपहर के सत्र में तेजी देखने को मिली।