हडकंप : दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 321 नए मामले सामने आए

देश की राजधानी में करीब दो महीने बाद संक्रमण दर सबसे अधिक दर्ज हुई है. दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ अस्पतालों में भर्ती होनेे वाले मरीजों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज हुई थी. वहीं, दिल्ली में लगातार दूसरे दिन कोरोना के 300 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 53062 लोगों ने कोरोना टेस्ट कराया, जिसमें 321 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 6 मार्च को दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 0.60 फीसदी दर्ज हुई है, जो करीब 2 महीने बाद सबसे अधिक है. 6 मार्च से पहले 9 जनवरी 2021 को दिल्ली में 0.65 फीसदी संक्रमण दर दर्ज हुई थी. वहीं, दिल्ली में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 1779 हो गई है, जबकि होम आइसोलेशन में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 879 तक पहुंच गया है.

दिल्ली में 6 मार्च से पहले 23 जनवरी को सबसे अधिक 1880 कोरोना के एक्टिव मरीज दिल्ली में दर्ज हुए थे. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 321 नए मामले सामने आए हैं और एक मरीज़ की मौत हुई है. इससे पहले 14 जनवरी 2021 को दिल्ली में कोरोना के 340 मामले दर्ज हुए थे. फिलहाल दिल्ली में रिकवरी रेट 98 फीसदी से अधिक है. हालांकि पिछले एक हफ्ते में रिकवरी रेट में 0.9 फीसदी की गिरावट भी दर्ज की गई है.

दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में दर्ज रिकवरी रेट

26 फरवरी- 98.01 %
27 फरवरी- 98.08 %
28 फरवरी- 98.08 %
01 मार्च- 98.07 %
02 मार्च- 98.05 %
03 मार्च- 98.04 %
04 मार्च- 98.02 %
05 मार्च – 98.01 %
06 मार्च – 98.01 %

दिल्ली सरकार द्वारा 20 फरवरी से लेकर 6 मार्च तक जारी किए गए कोरोना के आंकड़ें के मुताबिक, देश की राजधानी में कोरोना के 754 एक्टिव मरीज बढ़ गए हैं. साथ ही होम आइसोलेशन में 443 और अस्पतालों में 166 कोरोना मरीजों की बढ़ोतरी हुई है.

20 फरवरी- 62063 टेस्ट, 152 मामले, 1 मौत
संक्रमण दर : 0.24%
एक्टिव केस- 1025 (होम आइसोलेशन – 430)
407 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

21 फरवरी- 63813 टेस्ट, 145 मामले, 2 मौत
संक्रमण दर : 0.23%
एक्टिव केस- 1071 (होम आइसोलेशन – 467)
422 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

22 फरवरी- 42242 टेस्ट, 128 मामले, 1 मौत
संक्रमण दर : 0.30%
एक्टिव केस- 1041 (होम आइसोलेशन – 471)
405 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

23 फरवरी- 58327 टेस्ट, 145 मामले, 2 मौत
संक्रमण दर : 0.25%
एक्टिव केस- 1054 (होम आइसोलेशन – 472)
405 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

24 फरवरी- 56168 टेस्ट, 200 मामले, 2 मौत
संक्रमण दर : 0.36%
एक्टिव केस- 1137 (होम आइसोलेशन – 499)
437 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

25 फरवरी- 63998 टेस्ट, 220 मामले, एक भी मौत नही, संक्रमण दर : 0.34%
एक्टिव केस- 1169(होम आइसोलेशन – 536)
412 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

26 फरवरी- 62768 टेस्ट, 256 मामले, 1 मौत
संक्रमण दर : 0.41%
एक्टिव केस- 1231 (होम आइसोलेशन – 574)
400 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

27 फरवरी- 67483 टेस्ट, 243 मामले, 3 मौत
संक्रमण दर : 0.36%
एक्टिव केस- 1307 (होम आइसोलेशन – 627)
436 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती थे।

28 फरवरी- 57772 टेस्ट, 197 मामले, 1 मौत
संक्रमण दर : 0.34%
एक्टिव केस- 1335 (होम आइसोलेशन – 691)
446 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

1 मार्च- 39,733 टेस्ट, 175 मामले, 1 मौत
संक्रमण दर : 0.44%
एक्टिव केस- 1404 (होम आइसोलेशन – 739)
489 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

2 मार्च- 66,624 टेस्ट, 217 मामले, एक भी मौत नही
संक्रमण दर : 0.33%
एक्टिव केस- 1537 (होम आइसोलेशन – 777)
544 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

3 मार्च- 68,831 टेस्ट, 240 मामले, 3 मौत
संक्रमण दर : 0.35%
एक्टिव केस- 1584 (होम आइसोलेशन – 826)
513 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

4 मार्च- 66,432 टेस्ट, 261 मामले, एक मौत
संक्रमण दर : 0.39%
एक्टिव केस- 1701 (होम आइसोलेशन – 870)
565 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

5 मार्च- 59,122 टेस्ट, 312 मामले, 3 मौत
संक्रमण दर : 0.53%
एक्टिव केस- 1779 (होम आइसोलेशन – 863)
599 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

6 मार्च- 53,062 टेस्ट, 321 मामले, एक मौत
संक्रमण दर : 0.6%
एक्टिव केस- 1779 (होम आइसोलेशन – 879)
573 बेड्स पर कोरोना मरीज भर्ती थे.

दिल्ली में कोरोना की शुरुआत से अबतक कुल 6,40,815 मामले दर्ज हुए हैं और कुल 6,28,117 मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं. कोरोना से मरने वालों का कुल आंकड़ा 10919 तक पहुंच गया है. इसके अलावा 1,27,34,503 लोगों का अबतक दिल्ली में कोरोना टेस्ट किया जा चुका है.

अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है

दिल्ली राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉक्टर अजीत जैन ने ‘आजतक’ से बातचीत में अंदेशा जताया कि अप्रैल के बाद कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़त देखने मिल सकती है. डॉक्टर अजीत ने कहा कि मार्च के महीने में कोरोना संक्रमण के मामले जरूर बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीज़ो की संख्या कम है. हालांकि आने वाले दिनों में अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. अगर भारत मे कोरोना का ट्रेंड देखें तो सबसे पहला मामला जनवरी में दर्ज हुआ था, फिर फरवरी में 2 मामले और मार्च, अप्रैल के बाद मई के महीने में कोरोना का पीक देखने मिला था.

डॉक्टर अजीत ने कहा, “घर के बाहर काम कर रहे लोग कोरोना की चपेट में आ जाते हैं. डेटा के मुताबिक, 45 से कम उम्र के 80% कोरोना संक्रमित लोग बिना लक्षण वाले होते हैं और जब ये लोग घर पहुंचकर गंभीर समस्या से जूझ रहे लोगों के बीच संक्रमण फैलाते हैं तो ऐसे मरीज के लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी हो जाता हैं.”

इम्युनिटी 5 से 6 महीने में कम हो जाती है…

आगे डॉक्टर जैन ने बताया कि इम्युनिटी 5 से 6 महीने में कम हो जाती है. दिल्ली में नवंबर के महीने में कोरोना का पीक आया था, ऐसे में अप्रैल महीने के बाद कोरोना के मामलों में बढ़त देखने मिल सकती है. डॉक्टर अजीत जैन ने कहा कि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कोरोना मरीज़ों के लिए 500 बेड्स आरक्षित हैं, इनमें से 450 बेड ICU बेड हैं। अगर मामले बढ़ते हैं तो अस्पताल पूरी तरह तैयार है.

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