उत्तर प्रदेश पुलिस ने महामारी रोग अधिनियम के तहत कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में आरएलडी नेता जयंत चौधरी और 5000 से अधिक अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया है जो दो दिन पहले अलीगढ़ जिले में आयोजित एक किसान महापंचायत में शामिल हुए थे. FIR मंगलवार को रात के लगभग 9:30 बजे दर्ज की गई, जिसमें चौधरी सहित केवल 22 व्यक्तियों के नाम हैं, जबकि अन्य लोग अज्ञात हैं.
प्राथमिकी में कहा गया है, ‘तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित किसानों के महापंचायत में पांच से छह हजार लोग शामिल हुए थे.चौधरी राज सिंह की अध्यक्षता में हुई इस महासभा में आरएलडी नेता जयंत चौधरी भी शामिल हुए और बीकेयू नेता राकेश टिकैत का समर्थन किया.’
उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 महामारी के दौरान इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लोग फेस मास्क नहीं पहने हुए थे और न ही सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किया गया. इस आयोजन से सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेध का उल्लंघन हुआ है.’ राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने यूपी में किसानों के साथ कई बैठकें की हैं और पिछले साल सितंबर में लागू तीन विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों को लोगों तक पहुंचाने के लिए फरवरी के अंत तक इस तरह के आयोजन होने हैं.
बृहस्पतिवार सुबह चौधरी ने लगभग 5,000 लोगों पर दर्ज की गई प्राथमिकी के बारे में एक समाचार रिपोर्ट को साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘बाबा बता दें कब और कहाँ गिरफ़्तारी देनी है. भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 270 और महामारी रोग अधिनियम की धारा 3 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. राष्ट्रीय लोक दल (आएलडी) ने उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ कई बैठकें की हैं.