देश में कोरोना महामारी का टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। इसके मद्देनजर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पुणे स्थित संस्थान से कोविशील्ड टीके को विभिन्न स्थानों पर भेजने का काम आज शाम (11 जनवरी) या फिर 12 जनवरी से शुरू होगा। वाक्सीन की परिवहन योजना में शामिल सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि वैक्सीन से लदे ट्रक पुलिस सुरक्षा के बीच मंजरी स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से रवाना होंगे। केंद्र सरकार ने शनिवार को ऐलान किया था कि भारत 16 जनवरी से कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू करेगा, जिसमें प्राथमिकता के आधार पर पहले तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और फ़्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाई जाएगी।
वैक्सीन को भेजने के काम एवं इसकी सुरक्षा संबंधी योजना से जुड़े सूत्रों ने बताया, ‘संभावना है कि कोविशील्ड वैक्सीन को ले जाने का काम सोमवार से शुरू होगा। यदि किसी वजह से ऐसा नहीं हो पाता है तो यह काम मंगलवार सुबह निश्चित रूप से शुरू हो जाएगा।
कोविशील्ड वैक्सीन ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका का भारतीय संस्करण है, जिसे भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया बना रही है।महाराष्ट्र सरकार पहले ही हवाई अड्डों और राज्य की सीमाओं तक वैक्सीन ले जाने वाले ट्रकों को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय ले चुकी है। कंपनी के सह संस्थापक राहुल अग्रवाल ने बताया कि इस काम में जीपीएस सुविधा से लैस 300 ट्रक लगाए जाएंगे और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त 500 ट्रकों का इस्तेमाल किया जाएगा।
दूसरी तरफ राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान को लेकर सभी राज्यों ने कमर कस ली है। राज्यों ने टीकाकरण के लिए सभी तैयारियां पूरी कर लेने का दावा किया है। बंगाल से लेकर गोवा और आंध्र प्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली एवं गुजरात ने प्राथमिकता वाले समूहों तक वैक्सीन पहुंचाने के प्रबंध किए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को इस अभियान के तहत लाने का प्रयास कर रही है। इसी तरह गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर के साथ ही गोवा और आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों ने भी टीकाकरण के लिए पूरी तैयारियां कर लिए जाने की बात कही है।