पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का निधन शनिवार सुबह 6.25 बजे दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो। वह अपने बेटे देवली से पूर्व विधायक अरविंदर सिंह लवली के साथ जंगपुरा में रह रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार दोपहर 12 बजे उनका पार्थिव शरीर एम्स से घर लाया जाएगा। इसके बाद शाम 4 बजे निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उन्हें राजीव गांधी का बहुत करीबी माना जाता था। केंद्र में कांग्रेस की अलग-अलग सरकार के दौरान उन्होंने गृह मंत्री, कृषि मंत्री, रेल मंत्री समेत कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। बिहार के पूर्व राज्यपाल भी रहे। बूटा सिंह राजस्थान से कांग्रेस के सांसद भी रहे।
उनकी पहचान पंजाब के बड़े दलित नेता के तौर पर रही। बूटा सिंह कांग्रेस की कई सरकारों का हिस्सा रहे। उन्हें राजीव गांधी का बहुत करीबी माना जाता था।
बूटा सिंह राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री भी रहे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 1967 से लगातार पंजाब के रोपड़ चुनाव लड़ते आ रहे थे। हालांकि, 1984 में रंग बदला था वजह थी ऑपरेशन ब्लू स्टार और 84 के सिख विरोधी दंगे।
इस दौरान पंजाब में चुनाव के हालात तो नहीं थे। ऐसे में राजीव गांधी ने उस समय बूटा सिंह को पंजाब से राजस्थान भेज दिया था। मारवाड़ का इलाका और जालौर की सुरक्षित सीट पर बूटा सिंह ने तब आसानी से जीत दर्ज की थी। इस बार वह दो साल तक कृषि मंत्री और फिर गृहमंत्री का पद संभालते रहे।