कोरोना महामारी के चलते वर्ष 2020 में दुनिया भर की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। इसके अलावा हर व्यक्ति की वित्तीय स्थिति बिगड़ गई। साल के जाते-जाते एक अच्छी खबर यह रही कि दुनियाभर में कोरोना के वैक्सीन का इजाद लगभग हो गया है। कई देश नए साल में वैक्सीन का डोज देने की तैयारी में हैं। भारत में तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है और बहुत जल्द लोगों को वैक्सीन लग्न शुरू हो जाएगा। लेकिन, 2020 ने हमें क्या ऐसी सीख दी है, जिसे हमें आगे भी अलर्ट रहना होगा। आइये जानते हैं…
इमरजेंसी फंड होना जरूरी है: पिछले 12 महीनों ने हमें एक चीज सिखाई है कि आपके पास कैश इमरजेंसी फंड का होना जरूरी है। इमरजेंसी फंड का निर्माण और जोखिम का प्रबंधन किसी भी व्यक्तिगत वित्त योजना के लिए एक महत्वपूर्ण आधार है। इमरजेंसी फंड अचानक से नौकरी चले जाने, बीमार होने या किसी आपात स्थिति में बहुत काम आएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इमरजेंसी फंड को न्यूनतम 3-6 महीने में कवर करने में सक्षम होना चाहिए।
बजट का होना जरूरी: क्या आपने कभी महीने के अंत में यह सोचा है कि आपने अपना वेतन किस पर खर्च किया है? इसलिए पैसे सही जगह और हिसाब से खर्च हों इसके लिए आपके पास एक बजट का होना बेहद जरूरी है।
विविध आय का होना जरूरी: एक से ज्यादा आय का होना जरूरी है, केवल एक श्रोत से आय रहेगा तो किसी खराब समय में आय के उस श्रोत के बंद होने पर आपके ऊपर अचानक से बोझ बढ़ जाएगा। इसलिए एक से ज्यादा आय बेहद जरूरी है। आपको आय के कई श्रोत चुनने होंगे।
स्वास्थ्य बीमा का महत्व: 2020 ने निश्चित रूप से स्वास्थ्य बीमा के महत्व को भी सिखाया है। पर्याप्त रूप से बीमित व्यक्ति को आपातकाल के वक़्त बहुत दिक्कत नहीं होती।
जितना सोचते हैं उससे ज्यादा बचत: कोरोना वायरस महामारी की वजह से वर्क फॉर्म होम का कल्चर का बढ़ गया है। ऐसे में बाहर खाने पर प्रतिबंध लग गया, बाहर जाकर सिनेमा देखना बंद हो गया, सिनेमाघरों और संगीत कार्यक्रमों को बंद कर दिया गया और यहां तक कि स्थानीय पब को भी बंद कर दिया गया। इस वजह से आपके पैसे भी बचने लगे। लेकिन ऐसा समय हमेशा नहीं आएगा, इसलिए जितना आप सोच रहे हैं उससे ज्यादा बचाने की कोशिश करिए।