केनबरा: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में विकेटकीपर के तौर पर किसे उतारना चाहिए. टीम इंडिया के पास ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत के रूप में दो विकल्प हैं. ऐसे में पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन को साहा की जगह आक्रामक पंत को उतारना चाहिए.
सुनील गावस्कर ने कहा कि पहले टेस्ट में पंत भारतीय बल्लेबाजी क्रम को लचीलापन देंगे. पंत ने गुलाबी गेंद से खेले गए दूसरे अभ्यास मैच में 73 गेंदों में 103 रन बनाए थे. उन्होंने कहा, पंत ने कुछ दिन पहले ही शतक जमाया है तो वह प्रबंधन की पसंद होना चाहिए.’
गावस्कर ने कहा कि विकेटकीपिंग में तकनीकी तौर पर अधिक सक्षम साहा की बजाय वह पंत को तरजीह देंगे, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई पिचें विकेटकीपिंग के लिए चुनौतीपूर्ण नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘जिन पिचों पर गेंद टर्न लेती हैं, वहां सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर की जरूरत होती है और ऐसे में साहा पहली पसंद होते. लेकिन यहां विकेटकीपर स्टम्प के थोड़ा पीछे रह सकता है और उसके पास अधिक समय होगा तो ऋषभ सही पसंद होंगे.’
गावस्कर और एलेन बॉर्डर दोनों ने पारी की शुरुआत के लिए मयंक अग्रवाल के साथ पृथ्वी शॉ की बजाए शुभमन गिल को उतारने पर जोर दिया. गावस्कर ने कहा, ‘भारतीय शीर्षक्रम अभी अस्थिर है.’
गिल ने दो अभ्यास मैचों में 0, 29, 43 और 65 रन बनाए, जबकि शॉ का स्कोर 0 , 19 , 40 और 3 रन रहा.
बॉर्डर ने कहा,‘मैंने सिडनी में गिल की बल्लेबाजी देखी और मैं काफी प्रभावित हूं. उनकी तकनीक अच्छी है और उम्र में कम होने के कारण कुछ शॉट्स अपरिपक्व हैं, लेकिन वह उम्दा बल्लेबाज हैं. मैं उन्हें ही चुनूंगा.’
गावस्कर ने कहा, ‘शॉ को अभी अपनी बल्लेबाजी पर कुछ काम और करना होगा. सलामी बल्लेबाज को समय की जरूरत होती है, ताकि नई गेंद को बखूबी खेल सके. उसे अपना डिफेंस मजबूत करना होगा.’ उन्होंने यह भी कहा कि मयंक अग्रवाल से उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है.