देश में लगातार 11वें दिन किसानों का आंदोलन जारी है। किसान सिंघु, टीकरी, दिल्ली गाजियाबाद, चिल्ला व अन्य सीमाओं पर डटे हुए हैं। केंद्र सरकार से शनिवार को हुई वार्ता भी बेनतीजा रही है। वहीं अब इसपर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि यह परेशानी सरकार की जल्दबाजी के कारण खड़ी हुई है। उन्होंने सरकार पर अपनी बात न सुनने का भी आरोप लगाया।
शरद पवार ने कहा, ‘पंजाब और हरियाणा के किसान गेहूं और धान के मुख्य उत्पादक हैं, और वे विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर जल्द ही स्थिति का हल नहीं किया गया, तो हम देखेंगे कि देश भर के किसानों उनका साथ दे रहे हैं।’
पवार ने कहा कि सरकार अपनी जल्दबाजी के कारण समस्या का सामना कर रही है। उन्होंने कहा, ‘जब विधेयक पारित किया जा रहा था, हमने सरकार से अनुरोध किया था कि वे जल्दबाजी न करें। इसे चयन समिति के पास भेजा जाना चाहिए और इसपर चर्चा की आवश्यकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और विधेयक को जल्दबाजी में पारित कर दिया गया। अब सरकार को अपनी इसी जल्दबाजी के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।’
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने रविवार को कहा, ‘कांग्रेस ने आठ दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करने का फैसला किया है। हम अपने पार्टी कार्यालयों पर भी प्रदर्शन करेंगे। यह किसानों के समर्थन में राहुल गांधी की तरफ से बढ़ाया गया मजबूत कदम होगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदर्शन सफल हो।’