उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में गाजीपुर तिराहे पर गलत तरीके से निर्मित पेरिस प्लाजा को जिला और पुलिस प्रशासन ने ढहा दिया। प्लाजा के मालिक पर फर्जीवाड़ा कर गलत तरीके से निर्माण कराने का आरोप है। जांच के उपरांत तत्कालीन डीएम ज्ञान त्रिपाठी ने प्लाजा के मालिक के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
अपर पुलिस अधीक्षक टीएन त्रिपाठी ने ईशा खां को मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्तार के पंजीकृत गिरोह आईएस 191 के सक्रिय सदस्य है। इन्होंने गलत नक्शे पर बिल्डिंग का निर्माण कराया था। ढहाई गई बिल्डिंग की कीमत करीब 20 करोड़ है।
बता दें कि बुनाई विद्यालय के लिए अधिग्रहित जमीन के नंबरों में हेराफेरी कर उस पर पेरिस प्लाजा का निर्माण कराया गया था।
इसकी शिकायत होने पर तत्कालीन जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने इसकी जांच कराई। जांच में पाया गया कि अधिग्रहण होने पर आरोपियों ने मुआवजा लिया। इसके बाद फिर से नंबरों में हेराफेरी कर फिर जमीन के नंबर को अपने नाम करा लिया। बाद में उस पर पेरिस प्लाजा का निर्माण कराया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
इसमें 16 लोगों को आरोपित किया गया था। इसके बाद तहसीलदार कोर्ट में मुकदमा चलाया। इस दौरान पेरिस प्लाजा के मालिक मोहम्मद ईशा खान निर्मित मकान का नक्शा भी नही पेश कर पाए। इस आधार पर कोर्ट ने जमीन से पेरिस प्लाजा के मालिक का नाम हटाकर उसे सरकारी घोषित कर दिया।
बाद में पीड़ित ने डीएम कोर्ट में अपील की, जिसे सुनवाई के बाद उसे खारिज कर दिया। साथ ही मकान को ढहाने का आदेश जारी किया। इसी क्रम में गुरुवार को जिला और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से निर्माण को ध्वस्त कराया। इस दौरान सीओ नगर के नेतृत्व में भारी पुलिस मौजूद थी।