रतलाम। शादी कराने के नाम पर युवक से 1.72 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में रतलाम जिले की सैलाना उप जेल में बंद विचाराधीन बंदी 65 वर्षीय लालदास बैरागी पुत्र रतनदास बैरागी निवासी नई अाबादी, झोपड़पट्टी दलोदा जिला मंदसौर हालमुकाम ग्राम गोवरा थाना मानडलगढ़ जिला भिलवाड़ा (राजस्थान) की मौत हो गई। उसे रविवार को तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पातल में भर्ती कराया गया था, जहां उसने सोमवार सुबह 4.20 बजे दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार चार माह पहले फरियादी 35 वर्षीय नंदलाल पुत्र लालशंकर मोड निवासी ग्राम नलखेड़ा थाना मनासा जिला मंदसौर का अपनी शादी कराने के संबंध में रतलाम में शादी कराने वाले ठग गिरोह से संपर्क हुअा था। गिरोह के सदस्य अारोपित बाबू उर्फ असलम निवासी मोहननगर, राजू उर्फ कन्हैयालाल माली, जीवन मोगिया निवासी ग्राम नायन, रामरतन पाटदीार निवासी ग्राम अालनिया, लालदास बैरागी निवासी दलोदा ने उसे भिलवाड़ा निवासी लक्ष्मी नामक लड़की से शादी कराने का झांसा दिया था।
गिरोह ने जुलाई 2020 में उसे लड़की भी दिखाई थी। उसने लक्ष्मी के साथ शादी करना तय किया था। इसके बाद गिरोह के सदस्यों ने उससे 1 लाख 72 हजार रुपये लिए थे। रुपये लेने के बाद गिरोह के सदस्य लक्ष्मी के साथ बाजार जाकर खरीदारी करने का बहाना कर भाग गए थे।
नंदलाल की रिपोर्ट पर अौद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने अारोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर 18 सितंबर 2020 को अारोपित बाबू उर्फ असलम, राजू उर्फ कन्हैयालाल माली, जीवनसिंह व रामरतन को गिरफ्तार कर लिया था। लालदास व बैरागी हाथ नहीं अाया था। बाद में लालदास को 22 अक्टूबर 2020 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया था।
अचानक तबीयत बिगड़ने पर कराया था अस्पताल में भर्ती
सर्किल जेल (जिला जेल) के अधीक्षक वीबी प्रसाद ने बताया कि लालदास बैरागी की रविवार दोपहर तबीयत बिगड़ी थी। उसे सैलाना के सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, वहां से उसे जिला अस्पताल रेफ्र किया गया था, जहां सोमवार तड़के उसने दम तोड़ दिया। उसके स्वजन, कलेक्टर, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जेल मुख्यालय अादि को सूचना भेजी गई है। मामले की न्यायिक जांच होगी। उधर सोमवार दोपहर करीब सवा दो बजे मृतक लालदास के स्वजन जिला अस्पताल पहुंचे। इसके बाद शव पोस्टमार्टम कराकर शव स्वजन को सौंप दिया गया।